चुनाव में किसान होंगे योगी का मोहरा, अच्छी आमदनी दिलवाने का किया वादा
बीजेपी और कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी दिक्कत सपा पार्टी ही कर सकती है। सपा पार्टी ने भी अब किसानों को अपनी तरफ करने के लिए रैलियों का आयोजन करना शुरू कर दिया है।
लखनऊ : भारत एक कृषि प्रधान देश है और कृषि को भारत की मुख्यता चीजों में से एक माना जाता है, पर किसानों की याद राजनेताओं को सिर्फ तब ही आती है जब चुनाव पास आते हैं। ऐसी ही कुछ हो रहा है आजकल यूपी में। अब इस समय यूपी में चारों तरफ वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की ही बातें हो रही है। जैसा हर बार होता है वही इस बार भी हो रहा है पार्टियों ने लोगों को जाति के नाम पर बांट कर अपनी तरफ करने की कोशिश शुरू कर दी है और दूसरी तरफ किसानों की तरफदारी भी शुरू कर दी है।
इसमें सबसे पहले बीजेपी ने गन्ना किसानों को इस बार अच्छी आमदनी दिलवाने का वादा किया और अब इसमें अखिलेश यादव भी आ गए हैं। इस बार माना जा रहा है कि बीजेपी और कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी दिक्कत सपा पार्टी ही कर सकती है। सपा पार्टी ने भी अब किसानों को अपनी तरफ करने के लिए रैलियों का आयोजन करना शुरू कर दिया है। इन रैलियों में सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव बीजेपी और कांग्रेस को खूब खरी-खरी सुना रहे हैं।
अखिलेश ने अपने भाषण में कहा कि भारतीय ‘स्वतंत्रता आंदोलन में किसानों तथा मजदूरों व नौजवानों का सबसे अधिक योगदान रहा है’। उन्होंने आगे किसानों की बुरी स्थिति के लिए बीजेपी व कांग्रेस को दोषी करार देते हुए कहा कि देश को आजाद हुए 75 साल हो गए पर बीजेपी व कांग्रेस की नीतियों के कारण किसान और मजदूर अभी भी भूखमरे हैं। अभी भी नौजवानों के पास रोजगार नहीं है और इसका पूरा दोश सिर्फ और सिर्फ बीजेपी और कांग्रेस को जाता है।
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