
किसान आंदोलन: MSP पर संयुक्त किसान मोर्चा की अहम् बैठक आज
29 नवंबर को संसद तक ट्रैक्टर मार्च
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा तीनों पर इसका नाम वापस लेने की घोषणा की कि आज दूसरे दिन सिंधु बॉर्डर पर कुछ किसान संगठनों ने बैठक की। इस बैठक में किसान संगठनों ने निर्णय लिया कि 22 नवंबर को प्रस्तावित लखनऊ रैली हुआ 29 नवंबर को संसद मार्च के आयोजन का कार्यक्रम पूर्ववत रहेगा इसमें किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा।
गौरतलब है कि इस फैसले पर अंतिम मुहर लगने के लिए आज संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले समस्त किसान संगठनों की बैठक होगी। आज होने वाली बैठक में प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद पैदा हुए हालात व किसान आंदोलन की आगे की रणनीति तय की जाएगी। संगठनों ने स्पष्ट किया है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी वह बिजली संशोधन कानून को रद्द किए बगैर आंदोलन वापस लेने की कोई योजना नहीं है।
बता दें कि सिंधु बॉर्डर पर आज संयुक्त किसान मोर्चा की होने वाली बैठक अहम माने जा रही है। पिछले 1 साल से चल रहे गतिरोध के बाद तीनों क्रश कानून को निरस्त करने की घोषणा के बाद इस हालात पर चर्चा होगी। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा तीनों प्रेस कानून वापस लिए जाने के बाद अभी तक किसान संगठनों ने दिल्ली की सीमाओं से हटने के संकेत नहीं दिए हैं किसानों का कहना है कि जब तक केंद्र सरकार एमएसपी सहित दूसरी मांगे नहीं मानी जाती तब तक विरोध जारी रहेगा।
29 नवंबर को संसद तक ट्रैक्टर मार्च
संयुक्त किसान मोर्चा के किसान नेता ने बताया कि दिल्ली बॉर्डर से अभी किसान आंदोलन खत्म नहीं होगा। हमारे जो कार्यक्रम पूर्वोत्तर थे वह निरंतर चलते रहेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले 22 नवंबर को लखनऊ में बड़ी महा रैली का आयोजन किया जाएगा वहीं 26 नवंबर को किसान आंदोलन को 1 वर्ष पूरा होने के पश्चात जश्न मनाया जाएगा। तो इसी महीने के अंत में शुरू हो रहे संसद सत्र के शीतकालीन के बीच 29 नवंबर को संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा संसद तक ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा।