बीएचयू और प्रशाशन की बड़ी लापरवाही आई सामने, अस्पताल के एमसीएच विंग की फॉल्स सीलिंग गिरी
सीलिंग के आसपास किसी व्यक्ति के मौजूद न होने से बड़ा हादसा टला
वाराणसी। बीएचयू अस्पताल के जिस एमसीएच (मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य) विंग का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 जुलाई को किया था, शुक्रवार को एमसीएच विंग की फॉल्स सीलिंग गिर गई। अच्छी बात यह रही कि सीलिंग के आसपास कोई मौजूद नहीं था जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया। सूचना मिलते ही पूरे अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया और आननफानन मजदूरों को बुलाया गया और काम पर लगाया गया।
ऐसी जानकारी मिली है कि पीएम के कार्यक्रम के समय लगाए गए डेकोरेटिव सामानों को हटाते समय सीलिंग गिरी है। बीएचयू अस्पताल के एमएस प्रोफेसर के के गुप्ता ने जानकारी दी कि फॉल्स सीलिंग को ठीक कराने का काम किया जा रहा है। बीएचयू अस्पताल में एमएस ऑफिस के ठीक बगल में बने 45. 50 करोड़ रुपये की लागत से बने इस पांच मंजिला एमसीएच विंग को गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों का इलाज के लिया बनाया गया है।
इस विंग में ओपीडी के साथ ही एडमिट करने की भी सुविधा दी जाएगी। 15 जुलाई बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विंग का उद्घाटन करने के साथ ही इस विंग का दौरा भी किया था। जबकि शुक्रवार से इस एमसीएच विंग की ओपीडी शुरू नहीं हो पाई जिसको लेकर तरह-तरह की बातें भी हो रही थी। कुछ लोग उद्घाटन में स्त्री रोग विभाग की अध्यक्ष डॉ उमा पांडेय को उद्घाटन समारोह में शामिल होने की अनुमति नहीं दिए जाने से उनकी नाराजगी को भी इसकी वजह होने की बातें कर रहे थे।
सोमवार से शुरू होगी एमसीएच विंग में ओपीडी सेवा
बीएचयू अस्पताल के एम एस प्रो के के गुप्ता का कहना है कि एमसीएच विंग में सोमवार से ओपीडी सेवा शुरु की जायेगी और यही पर ही महिलाओं का पर्चा भी बनेगा। स्त्री रोग विभाग की अध्यक्ष डॉ उमा पांडेय के उद्घाटन समारोह में शामिल न हो पाने और उनकी नाराजगी के सवाल पर एमएस ने कहा कि डॉ पांडेय का नाम एसपीजी के पास रहने वाली सूची में न होने की वजह से ही एसपीजी ने बाहर जाने को कहा गया था।
जबकि मैंने खुद इसकी सूचना जिला प्रशासन के पास मौजूद अधिकारी सीडीओ को दी उसके बाद उनका अस्थायी पास भी बना जबकि एसपीजी ने फाइनल सूची में उनका नाम न होने के कारण उन्हें समारोह में शामिल होने की इजाजत नहीं दी।
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