
टोक्यो पैरालिंपिक में भारतीय दल से 15 पदकों की उम्मीद : गुरशरण सिंह
टोक्यो पैरालिंपिक के लिए भारतीय पैरालंपिक समिति के महासचिव सिंह, गुरशरण सिंह का मानना है कि देश इस साल अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा। जिसमें पांच स्वर्ण सहित कम से कम 15 पदक होंगे।
भारत पैरा एथलेटिक्स, पैरा बैडमिंटन, पैरा तीरंदाजी, पैरा टेबल टेनिस और पैरा ताइक्वांडो सहित नौ खेलों में प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार है। 54 एथलीटों के साथ भारत अभी तक की अपनी सबसे बड़ी टुकड़ी के साथ पैरालिंपिक में भाग लेगा।
भारतीय पैरालंपिक समिति के महासचिव सिंह ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि ये अब तक के सर्वश्रेष्ठ पैरालंपिक प्रदर्शन होगा। खिलाड़ियों द्वारा पिछले कुछ वर्षों में बहुत मेहनत की गई है। साथ ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में शानदार परिणाम दिखाए हैं। सभी खिलाड़ी अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए उत्साहित है।
गुरशरण ने कहा कि उन्हें इन खेलों से 15 पदक (5 स्वर्ण ) की उम्मीद हैं। साथ की कहा कि पैरा एथलेटिक्स, बैडमिंटन, शूटिंग और पैरा तीरंदाजी में पदक की सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं।
पीसीआई अध्यक्ष दीपा मलिक के नेतृत्व में भारतीय टीम का पहला जत्था टोक्यो पहुंच गया है।खेलों में भारत के ध्वजवाहक टी मरियप्पन भी टोक्यो पहुंच चुके हैं। पैरा हाई जम्पर से टोक्यो में अपना दूसरा पैरालंपिक गोल्ड जीतने की काफी उम्मीदें होंगी।
मरियप्पन के अलावा, भारत को दो बार के पैरालंपिक चैंपियन देवेंद्र झाझरिया (F46) के नेतृत्व में अपने पैरा भाला फेंक खिलाड़ियों से पदक की उम्मीद होगी।
निशानेबाजों और बैडमिंटन खिलाड़ियों के ऊपर भी देश की आस टिकी हुई है।
विश्व नंबर 1 और कई बार के विश्व चैंपियन प्रमोद भगत पुरुषों की SL3 स्पर्धा में स्वर्ण पदक की उम्मीद के साथ भारत के पैरा बैडमिंटन दल का नेतृत्व करेंगे।
विश्व के दूसरे नंबर के शटलर कृष्णा नागर (एसएच6) और तरुण ढिल्लों (एसएल4) अन्य पैरा शटलर हैं। इनसे भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद लगाई जा रही है।
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