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यूपी विधानसभा चुनाव में चार राज्यों से मंगाई जायेगी ईवीएम, कोविड नोडल अधिकारी की भी होगी तैनाती
लखनऊ : भारत निर्वाचन आयोग द्वारा यूपी 2022 में विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे यूपी के लिए चार राज्यों की ईवीएम आवंटित की गई हैं। दो लाख ईवीएम मतदान के लिए इस बार महाराष्ट्र, बिहार, दिल्ली और छत्तीसगढ़ से यूपी आएंगी।
यूपी ने लगभग एक लाख अन्य ईवीएम की मांग की है। सभी विधानसभा क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण को देखते हुए चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग के अफसर कोविड नोडल अधिकारी बनाए जायेंगे। अपने-अपने क्षेत्र में नोडल अधिकारी कोविड-19 गाइडलाइन का कड़ाई से से पालन कराएंगे।
भारत निर्वाचन आयोग ने कोरोना संक्रमण के चलते एक पोलिंग बूथ 1500 की जगह 1200 मतदाताओं पर बनाने का निर्देश दिया हैं। इसके अंतर्गत प्रदेश में अब लगभग 1.85 लाख पोलिंग बूथ बन जाएंगे। इतने पोलिंग बूथों के लिए यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने लगभग 2.93 लाख ईवीएम की मांग निर्वाचन आयोग से की है।
जिसमे से भारत निर्वाचन आयोग ने दो लाख ईवीएम का आवंटन भी कर दिया है। उत्तर प्रदेश अगले महीने इन राज्यों से ईवीएम मंगाया है। प्रदेश के अधिकतर जिलों में ईवीएम और वीवीपैट रखने को लेकर वेयरहाउस बनकर तैयार हो चुके हैं।
इस बार भी उत्तर प्रदेश में दोनों कंपनियों, भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड (बीईएल) और इलेक्ट्रानिक्स कारपोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड (ईसीआइएल) की ईवीएम प्रयोग की जायेगी। 54 जिलों में बीईएल और 21 जिलों में ईसीआइएल की मशीनों द्वारा मतदान कराया जाएगा।
ईवीएम आने के बाद अगले महीने इन मशीनों की फर्स्ट लेवल चेकिंग की जाएगी। चुनाव के दौरान भारत निर्वाचन आयोग ने कोविड प्रोटोकाल का खास ध्यान रखने को कहा है। सभी तैयारियां इसी के मुताबिक करने के निर्देश भी दिए हैं।
भारत निर्वाचन आयोग विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटा हुआ है और मतदान प्रतिशत वृद्धि को लेकर भी गंभीर भी है। अब उन सीटों पर आयोग द्वारा मतदान प्रतिशत वृद्धि को लेकर ध्यान देना शुरू हो गया है, पिछले चुनावों में जहां कम मतदान होता आया है।
कम मतदान वाले बूथों को आयोग द्वारा चिन्हित कर वहां खास जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित भी किया जाएगा। महिला व पुरुष मतदाताओं का अनुपात जिन क्षेत्रों में कम है, वहां इसमें वृद्धि पर विशेष जोर दिया जाएगा।