सीडीएस जनरल विपिन रावत के नाम पर थाती गांव में बनाया जाएगा प्रवेश द्वार
उत्तराखंड। उत्तराखंड में अपना बचपन के दिन गुजरने वाले सीडीएस जनरल विपिन रावत की विमान हादसे में हुई मौत के बाद उत्तराखंड थाती गांव के लोगों ने श्रद्धांजलि स्वरूप सीडीएस जनरल के नाम से प्रवेश द्वार बनाने का फैसला किया हैं। इसके अलावा के ग्रामवासी विपिन रावत की स्मृति में उच्च शिक्षण संस्थान बनाने की भी मांग कर रहे है। लोगों का कहना है कि सीडीएस जनरल हमेशा से ही पहाड़ी क्षेत्रों में उच्च शिक्षण संस्थानों का समर्थन करते थे। जिससे कि पहाड़ी युवाओं को अपना घर और शहर छोड़कर न जाना पड़े।
दरअसल , बीते शुक्रवार को थाती में सीडीएस जनरल की मौत पर एक शोक सभा का आयोजन किया गया था। इस शोक सभा में ग्रामीणों ने विपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका की तस्वीर पर फूल माला अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी । थाती गांव विपिन रावत का ननिहाल है। ग्रामवासियों के पास आज भी विपिन रावत के बचपन की तस्वीरें मौजूद है। बचपन के बाद वर्ष 2004 व 2019 में भी जनरल रावत यहां आए थे। प्रधान तनुजा चौहान ने कहा कि थाती से जनरल रावत की यादें जुड़ी हैं। उनके नाम पर गांव का प्रवेश द्वार बनाया जाएगा।
इसके आगे बोलते हुए प्रधान तनुजा चौहान ने कहा कि, ” जनरल रावत पहाड़ी क्षेत्रों से पलायन पर काफी गंभीर थे। वह चाहते थे कि पहाड़ी क्षेत्रों में बेहतरीन मेडिकल व इंजीनियरिंग कालेज जैसे उच्च शिक्षण संस्थान बनें, जिससे यहां के युवाओं को शिक्षा के लिए पलायन न करना पड़े। जनरल रावत के नाम पर कोई उच्च शिक्षण संस्थान बनाया जाए। इसके लिए ग्रामीण प्रशासन का हर संभव सहयोग करेंगे। थाती में आयोजित की गई शोकसभा में महेंद्र पाल सिंह परमार, पीतांबर सिंह परमार, प्रमोद परमार, दीपेंद्र परमार, भगवान सिंह बिष्ट, रघुवीर लाल, जितेंद्र परमार, पुुष्कर सिंह परमार, मुकेश चौहान, निर्मला देवी आदि लोग शामिल हुए है।