कोरोना लहर के बीच चुनाव कराना बड़ी चुनौती- चुनाव आयुक्त
कोविड-19 प्रोटोकाल का अनुपालन कराते हुए पांचों राज्यों में विधानसभा चुनाव कराए जा सकते
नई दिल्ली : निर्वाचन आयोग (Election Commission) शनिवार को पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान करेगा। सूत्रों की मानें तो उत्तर प्रदेश के साथ उत्तराखंड, पंजाब, गोवा तथा मणिपुर में फरवरी या मार्च में चुनाव हो सकते हैं। भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने बीते दिनों कहा था कि विभिन्न राजनीतिक दलों का कहना है कि कोविड-19 प्रोटोकाल का अनुपालन कराते हुए पांचों राज्यों में विधानसभा चुनाव कराए जा सकते हैं।
कोरोना लहर के बीच चुनाव कराना बड़ी चुनौती
गौर करने वाली बात है कि मौजूदा वक्त में कोरोना की तीसरी लहर चल रही है। ऐसे में उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में विधानसभा चुनाव कराना किसी चुनौती से कम नहीं हैं। बार काउंसिल आफ इंडिया इस बारे में निर्वाचन आयोग को पत्र भी लिख चुका है। मालूम हो कि जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है वहां पर केवल पंजाब में कांग्रेस की जबकि अन्य जगहों पर भाजपा की ही सरकारें हैं।
सूत्रों का कहना है कि आयोग पांचों चुनावी राज्यों का दौरा कर चुका है और सभी राज्यों की तैयारियों से संतुष्ट है। यह जरूर है कि लोगों को महामारी से बचाने के लिए कड़ी चुनावी बंदिशें लागू होंगी। इसके तहत घर-घर जाकर पहले जैसा प्रचार और भीड़ जुटाने वाली रैलियां नहीं होंगी। एक विचार यह भी है कि प्रचार की अवधि कम की जाए। प्रचार अभियान में लोगों की संख्या भी सीमित हो सकती है। साथ ही मतदान के दौरान मास्क लगाना अनिवार्य होगा। यदि कोई इसका उल्लंघन करता पाया जाएगा तो उसे वोट डालने से भी रोका जा सकता है।