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अंडमान व निकोबार के इन इलाकों में महसूस हुए भूकंप के झटके
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में बुधवार सुबह कैंपबेल बे मे भूकम्प के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.0 थी। हालांकि अभी तक भूकंप से किसी के हताहत होने या नुकसान की खबर नहीं है। भूकंप नाले से 40 किमी की गहराई पर आया।
पिछले झटके अंडमान और निकोबार में 11 सितंबर को सुबह 8:50 बजे महसूस किए गए थे। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.5 थी। भूकंप का केंद्र अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के डिगलीपुर से 137 किलोमीटर उत्तर में बताया गया।
वहीं, 31 अगस्त को पोर्ट ब्लेयर में भूकंप आया था। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने बताया कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.2 मापी गई। भूकंप का केंद्र पोर्ट ब्लेयर से 116 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में बताया गया। 20 अगस्त को अंडमान और निकोबार में भूकंप आया था। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह एक बहुत ही भूकंपीय क्षेत्र है। यहां बार-बार भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं।
पृथ्वी कई परतों में विभाजित है और जमीन के नीचे कई प्रकार की प्लेटें हैं। ये प्लेटें आपस में चिपकी रहती हैं, लेकिन कभी-कभी ये प्लेटें गिर जाती हैं, जिससे भूकंप आते हैं। कभी-कभी यह अधिक कंपन करता है और इसकी तीव्रता बढ़ जाती है। भारत में कुछ क्षेत्रों का निर्धारण पृथ्वी की भीतरी परतों में भौगोलिक गति के आधार पर किया गया है और कहीं वे अधिक तो कहीं कम हैं। इन्हीं संभावनाओं के आधार पर भारत को 5 जोन में बांटा गया है, जिसमें कहा गया है कि भारत में भूकंप का सबसे ज्यादा खतरा कहां है। इस क्षेत्र में 5 भूकंप आने की संभावना है और उससे 4 कम, उससे 3 कम।