आयुर्वेद चिकित्सा का खजाना है दुब घास, जानिये इससे मिलने वाले फायदे
हम कितनी महंगी दवाएं, जूस और एनर्जी ड्रिंक्स खरीद के पीते हैं, लेकिन वहीं हम कहें की एक ऐसी भी घास है जिसके सेवन से आप हस्ट पुष्ट और तंदरुस्त बने रहेंगे तो आप शायद ही इसपर विश्वास करें। जी हां, हम बात कर रहे हैं दूब घास की, दूब घास को आपने सुना होगा की इसका इस्तेमाल पूजा-पाठ में किया जाता है, लेकिन बता दें की इसका प्रयोग दवाएं बनाने में भी किया जाता है आयुर्वेद में इसकी काफी मान्यता है।
आयुर्वेद में दूब घास को औषधी बताया जाता है। ये कई बीमारियों से लड़ने में लाभकारी है। रिसर्च में पाया जाता है की दूब घास में ग्लाइसेमिक की मात्रा अच्छी होती है। डायबिटीज के मरीजों का इसका खास इस्तेमाल करना चाहिए।
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दूब के रस को हरा रक्त कहा जाता है। यह एनीमिया के समस्या को भी ठीक करता है।
दूब घास ब्लड को साफ करने में काम आती है। यह ब्लड सेल्स को भी बढ़ाती है। इससे हीमोग्लोबिन भी बढ़ता है।
सुबह नंगे पैर दूब घास पर चलने पर माइग्रेन की समस्या भी दूर होती है।
दूब घास में एटींसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इससे कई समस्याओं का अंत होता है. जैसे की खुलजी, जलन, चकत्ते आदी।