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तमिलनाडु “चरक शपथ ग्रहण” को लेकर बर्खास्त किए गए मदुरै मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ रथिनवेल, जानिए आखिर क्या है पूरा मामला

तमिलनाडु : तमिलनाडु (Tamil Nadu) के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने राज्य विधानसभा को सूचित किया है कि डॉ रथिनवेल(Dr Rathinvel) को मदुरै मेडिकल कॉलेज (Madurai Medical College) के डीन के रूप में बहाल किया जाएगा। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने बुधवार, 4 मई को इसकी घोषणा की। डॉ रथिनवेल को प्रथम वर्ष के छात्रों की ओर से 30 अप्रैल को पारंपरिक हिप्पोक्रेटिक शपथ (hippocratic oath) के बजाय चरक शपथ लेने को लेकर डीन के पद से हटा दिया गया था।

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हिप्पोक्रेटिक शपथ के बाद भडका था विवाद

गौरतलब है कि चरक शपथ बनाम हिप्पोक्रेटिक शपथ विवाद 30 अप्रैल को फिर से सामने आया। जब मदुरै मेडिकल कॉलेज के प्रथम वर्ष के छात्रों ने प्रवेश समारोह के दौरान पारंपरिक हिप्पोक्रेटिक शपथ के बजाए संशोधित ‘महर्षि चरक शपथ’ शपथ ली। महर्षि चरक शपथ, एक शपथ है जो प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथ ‘चरक संहिता’ में मौजूद है। आधुनिक चिकित्सा पद्धति की नैतिकता के अनुपयुक्त होने के लिए महर्षि चरक शपथ की आलोचना की गई है।

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राजा के विरोधियों को उपचार देने से किया गया था इंकार

महर्षि चरक शपथ और हिप्पोक्रेटिक शपथ के बीच का अंतर यह है कि चिकित्सकों को पृष्ठभूमि और चरित्र की परवाह किए बिना रोगियों का इलाज करने की आवश्यकता होती है, जबकि चरक शपथ कहती है कि असामान्य, दुष्ट, और दयनीय चरित्र के लोग, ऐसे लोग जो मृत्यु के कगार पर हैं, और वे महिलाएं जिनके साथ अपने पति या अभिभावक नहीं हैं, उन्‍हें उपचार नहीं दिया जाना चाहिए। शपथ राजा के विरोधियों को भी इलाज न देने की बात कहती है।

 

 

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