
नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में डायमंड एजेंसी को मिला नोटिस
राजधानी रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के कई जिलों में जारी कोरोना संक्रमण के दौरान नकली रेमडेसिविर का मामला सामने आया था। जिसकी जांच पड़ताल में लगातार ड्रग विभाग के अधिकारी लगे हुए हैं। इसी संबंध में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का इस्तेमाल हुआ या नहीं इसको लेकर जांच पड़ताल में जुटे ड्रग विभाग ने सोमवार को थोक दवा डायमंड एजेंसी को एक नोटिस जारी कर दिया है।
रायपुर के डूमरतराई की थोक दवा डायमंड एजेंसी ने सूरत के दवा सप्लायर को रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए ऑर्डर दिए थे। ऑर्डर देने के बावजूद सूरत के दवा सप्लायर कंपनी ने रायपुर के डायमंड एजेंसी को दवा की सप्लाई नहीं की। जिसके बाद डायमंड एजेंसी ने इस मामले में सप्लाई नहीं मिलने पर धोखाधड़ी करने के आरोप में एफआइआर दर्ज कराया। इस शिकायत के बाद से डायमंड एजेंसी की जांच ड्रग विभाग के अधिकारी लगातार कर रहे हैं।

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ड्रग विभाग ने एजेंसी की स्टॉक वेरिफिकेशन और तमाम औपचारिकताओं के बाद नोटिस जारी कर दिया। जारी नोटिस में एजेंसी से पूछा गया है कि उसने सूरत की कंपनी को ड्रग विभाग की जानकारी दिए बिना छह लाख रुपए के रेमडेसिविर इंजेक्शन का आर्डर कैसे दे दिया था? ड्रग विभाग ने पूछा कि एजेंसी ने कोरोना की विषम परिस्थितियों में भी ऑर्डर देने में इतनी जल्दबाजी क्यों दिखाई? विभाग ने इन सब सवालों का जवाब तीन दिनों के भीतर देने के लिए एजेंसी को समय दिया है।
सहायक औषधि नियंत्रक कमलकांत पाटनवार के बताया कि ड्रग विभाग की अलग-अलग टीमें प्रदेश के सभी जिलों में नकली रेमडेसिविर मामले की गहराई से जांच पड़ताल कर रही हैं। विभाग का कहना हैं कि फिलहाल जांच में किसी भी प्रकार की बड़ी गड़बडी सामने नहीं आई है। उन्होंने कहा कि एजेंसी के जवाब और पूरी जांच प्रक्रिया के बाद ही ड्रग विभाग इस मामले में कोई ठोस कदम उठाएगी।