यहां गुजरा DGP मुकुल गोयल का बचपन, यहां पढ़े पढ़ाई से IPS बनने तक की कहानी
यूपी के नए डीजीपी बने मुकुल गोयल का जन्म शामली जनपद के मोहल्ला लाजपतराय शिवमूर्ति निवासी स्व. महेंद्र कुमार गोयल के घर पर दो फरवरी 1964 में हुआ। यहां की गलियों में ही उनका पूरा बचपन बीता। बताया गया कि गोयल बचपन से ही बहुत होनहार हैं।
उनके पिता झारखंड के धनबाद जिले में किसी कंपनी में इंजीनियर थे। इसलिए उनकी शिक्षा धनबाद और उसके बाद जयपुर में हुई। फिर दिल्ली से उन्होंने उच्च शिक्षा ग्रहण की। बताया गया कि मुकुल गोयल इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक हैं, साथ ही उन्होंने MBA की शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद वे सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट गए और आईपीएस बने।
1987 बैच के IPS मुकुल गोयल 1991 में सीनियर स्केल प्राप्त कर एसएसपी बने। इसके बाद वर्ष 2004 में डीआईजी पद पर प्रोन्नत हुए और 2008 में आईजी बने। वहीं उनके पुलिस महानिदेशक पद पर आसीन होने पर शामली में खुशी का माहौल है। उनके परिवार वालों को बधाई देने वालों का तांता लगा है। वहीं परिवार के लोग बहुत खुश हैं और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर जश्न मना रहे हैं।
IPS मुकुल गोयल के DGP बनने से शामली का सीना गर्व से फूल गया है। उनके परिवार सहित आसपास के शहरों में खुशी और जश्न का माहौल है। लोगों का कहना है कि शामली के लाल ने प्रदेश में जिले का नाम ऊंचा किया है।
मुकुल गोयल के चाचा अरुण गोयल ने बताया कि जब उन्हें डीजीपी बनने की सूचना मिली तो पूरा परिवार खुशी से झूम उठा। उन्होंने बताया कि उनके बाबा मनोहर बजाज के नाम से पूरे परिवार को जाना जाता है। चाची पूनम गोयल व भाभी मीनू गोयल ने कहा कि मुकुल गोयल बहुत सरल स्वभाव के हैं और शुरू से ही होनहार हैं। चचेरे भाई विकास गोयल ने बताया कि उनके DGP बनने पर बहुत खुशी है।
IPS मुकुल गोयल के चाचा अरुण गोयल, अशोक गोयल और राकेश कुमार की शिव चौक पर कपड़े की दुकान है। अरुण गोयल ने बताया कि मुकुल गोयल का परिवार से पूरा लगाव रहता है। परिवार में होने वाले कार्यक्रम में वह शामिल होते रहते हैं। 2017 में भतीजे वैभव की शादी में शामली आए थे। वे बताते हैं कि शामली आने के दौरान वह अक्सर दुकान पर आते हैं।
वहीं करीब 25 साल से उनकी मां हेमलता गोयल मुजफ्फरनगर शहर के मोहल्ला भरतिया कॉलोनी में रहतीं हैं। जहां आईपीएस के ममेरे भाई कारोबारी राहुल गोयल उनका ख्याल रखते हैं।