किसानों की आय दोगुनी करने के लिए दी जाएगी विकास की ट्रेनिंग
लखनऊ। खेतों में जी तोड़ मेहनत करने वाले किसानों को नई तकनीक के साथ जोड़ा जाएगा। पशुपालन के क्षेत्र में तकनीकी विकास की ट्रेनिंग भी किसानों को दी जायेगी। जिससे किसानों को कम मेहनत में ज्यादा लाभ मिल सकेगा। डिजिटल पाठशाला से किसानों की आय दोगुनी करने की कोशिश में नया अध्याय जोड़ा जाएगा।
सामाजिक संगठन इनोटेरा और बेयरफुट कालेज मनरेगा से जुड़े किसानों और मजदूरों को डिजिटल प्रशिक्षण के लिए छोटे किसानों के साथ इकट्ठा कर ग्रामीण मूल्य श्रृंखला का विकास करने की शुरुआत की गई है।
सूबे में परिवर्तन को लेकर ट्रांसफॉर्मिंग रूरल इंडिया फाउंडेशन और बेयरफुट कालेज इंटरनेशनल ने प्रशिक्षण की कार्य योजना को नया रूप दिया है। ये संस्थाएं, राज्य ग्रामीण आजीविका अभियान, उत्तर प्रदेश सरकार मिशन प्रेरणा तथा मनरेगा के साथ मिलकर लचीली, संपन्न ग्रामीण कृषि अर्थव्यवस्था का बनाने के लिए काम करेंगी।
मनरेगा के अतिरिक्त आयुक्त योगेश कुमार ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए यह कदम उठाया गया हैं।यह बहुत ही सकारात्मक कदम है। इस क्षेत्र में काफी जानकारी रखने वाले और उत्तर प्रदेश में छोटे किसानों के लिए काम करने वाले संगठनों की एकजुटता में बदलाव लाने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए एक आदर्श निर्माण की क्षमता है।
डिजिटल लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम की दिशा में इस साझेदारी से काम होगा। सूबे में पहला चरण बस्ती के बनकती बहराइच में मिहिनपुरवा और लखीमपुर खीरी में निघासन में इसकी शुरुआत होगी। इसके बाद धीरे-धीरे इसे बढ़ाया जाएगा। इस मौके पर मेगन फालोन ने कहा कि फलों के लिए राज्य में बड़े पैमाने पर समूहों का गठन किया जाएगा, जिससे उनके लाभ में वृद्धि होगी।
किसानों को नई तकनीक से भी रूबरू भी कराया जाएगा। अनीश कुमार ने कहा कि इस साझेदारी से किसानों को सामाजिक और आर्थिक प्रगति का रास्ता मिलेगा। कृषि तथा पशुपालन कौशल विकास पाठ्यक्रम के साथ तकनीकी सहायता भी दी जायेगी। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।