![केशव प्रसाद मौर्य](/wp-content/uploads/2021/08/643615-keshav-prasad-maurya.jpeg)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के विरोध में भाजपा से निलंबित नूपुर शर्मा व निष्कासित नवीन जिंदल की गिरफ्तारी को लेकर देश के कई राज्यों में भड़की हिंसा को जब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शांत प्रदर्शन बताया तो डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने उनपर भाग पिटाई दंगाइयों पत्थरबाजों की होती है लेकिन दर्द अखिलेश यादव को होता है।
बता दें कि की नमाज के बाद उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में भड़की हिंसा को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जमकर उत्पात मचाया था। इसके चलते कई राज्यों में आगे नहीं पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आई थी इसमें कई पुलिसकर्मी घायल भी हुए थे। वही हिंसा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्त कार्रवाई की जा रही है।
सोमवार को करें भगवान शिव जी की आरती, पूरे होंगे अधूरे काम…
अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भाजपा प्रदेश अध्यक्ष गौतम देव सिंह ने कहा की धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले बताते हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने 3 जून को कानपुर में प्रदर्शन किया और उसके बाद अगले सप्ताह जुमे की नमाज के बाद प्रयागराज सहारनपुर समेत कई जिलों में बवाल काटा।
दंगाइयों और पत्थरबाजों पर बुलडोजर की कार्रवाई की तस्वीर को साझा करते हुए अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा यह कहां का इंसाफ है कि जिसकी वजह से देश में हालात बिगड़े दुनिया भर में सक्रिय सुरक्षा के घेरे में और प्रदर्शनकारियों को बिना जांच पड़ताल सजा दी जा रही है। इसकी अनुमति ना हमारी संस्कृति देती है, न धर्म, न विधान, न संविधान।
सोमवार को करें भगवान शिव जी की आरती, पूरे होंगे अधूरे काम…
वहीं अखिलेश यादव ने दूसरा ट्वीट करते हुए कहा कि- घर में ले जाकर रख दो इंसाफ की तराजू को और कर दो ऐलान, हुक्मरानों ने ले लिया है कानून हाथों में। तो वही अखिलेश के इस ट्वीट पर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि जिनके खुद के घर पर बुलडोजर का साया होता है वह दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकते। वहीं केशव प्रसाद मौर्य ने भी प्रश्न खड़ा करते हुए ट्वीट किया पिटाई दंगाई पत्थरबाजों की होती है, दर्द अखिलेश को होता है, इसका कारण क्या है?.