एक्टिव हुआ कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट, महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा केस
पूरे देश में कोरोना के नए मामलों में गिरावट देखी जा रही है. वैक्सीनेशन का काम भी सही तरीके से आगे बढ़ रहा है. लेकिन कोविड-19 के डेल्टा प्लस वैरिएंट ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है और सबकी चिंता बढ़ा दी है. केंद्र सरकार ने डेल्टा प्लस वैरिएंट को ‘चिंताजनक स्वरूप’ (वीओसी) के रूप में टैग किया है.
डेल्टा प्लस के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में पाए गए हैं. अगर इससे अधिक मामले सामने आते हैं तो महाराष्ट्र में एक फिर लॉकडाउन लग सकता है.
खबरों के मुताबिक, महाराष्ट्र के कई शहरों में डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले सामने आए हैं. इसी के चलते बीते गुरुवार को राज्य सरकार ने कैबिनेट की मीटिंग की. इस मीटिंग में पूरे राज्य में एक बार फिर लॉकडाउन लगाने पर चर्चा की गई.
इस मीटिंग में राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय ने विशेषज्ञों और मंत्रियों को नए संस्करण के मुद्दे पर जानकारी दी. अगर हालात ऐसे ही बने रहे तो जल्द लॉकडाउन का ऐलान किया जा सकता है.
महाराष्ट्र में लग सकता है लॉकडाउन
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के मुताबिक, राज्य के सात जिलों में डेल्टा प्लस वैरिएंट के केस लगातार बढ़ रहे हैं. कई मामले सामने आ रहे हैं. अधिकारी ऐसे मामलों को अलग कर रहे हैं. संक्रमितों लोगों की ट्रेवल हिस्ट्री का विवरण निकालकर कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कर रहे हैं. ताकि इस संक्रमण के फैलाव पर नियंत्रण किया जा सके.
राजेश टोपे ने कहा कि राज्य सरकार ने जीनोम अनुक्रम अध्ययन के लिए नमूने भेजने का फैसला किया है. अब तक डेल्टा प्लस वैरिएंट से संक्रमित किसी मरीज की मौत नहीं हुई है. इस प्रकार के लक्षण और उपचार समान हैं. कोई भी बच्चा नए वैरिएंट से संक्रमित नहीं हुआ है.
वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अधिकारियों को राज्य के सात जिलों पर ध्यान केंद्रित करने का आदेश दिया है, जहां संक्रमण दर अधिक है.
उन्होंने कहा कि अगर वायरस फैलने का खतरा है. प्रतिबंधों में ढील देने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए. ठाकरे ने रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सतारा, सांगली, कोल्हापुर और हिंगोली जिलों के कलेक्टरों से बात की.