कच्चे तेल की कीमतों में उबाल जारी, एक बार फिर 11,118 प्रति बैरल पर पहुंच गया
आम आदमी की जेब पर महंगाई की जबरदस्त असर पड़ने वाली है। इस बीच सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ाने का काम शुरू कर दिया है। यह परेशानी आने वाले दिनों में और बढ़ने वाली है क्योंकि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के चलते कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।
कच्चे तेल के दाम
बता दें कि आज (मंगलवार) को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 2.4 फीसदी की तेजी के साथ 118 डॉलर प्रति बैरल के करीब कारोबार कर रहा है। पिछले हफ्ते कच्चा तेल 100 डॉलर प्रति बैरल के नीचे जा लुढ़क गया था, लेकिन रूस यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के चलते कच्चे तेल के दामों में फिर से बड़ी उछाल दर्ज की गई है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण बढ़ सकते हैं कच्चे तेल के दाम
गौरतलब है कि रूस यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। दोनों दोशों के बीच युद्ध का असर कच्चे तेल के दाम पर देखने को मिल सकता है। इससे भारत की मुसीबत और बढ़ेगी।
बता दें कि रूस दुनिया के बड़े तेल उत्पादक देशों में से एक है। रूस यूरोप को उसके कुल खपत का 35 फीसदी कच्चा तेल सप्लाई करता रहता है। और वहीं भारत भी रूस से कच्चा तेल खरीदता है। दुनिया में 10 बैरल तेल जो सप्लाई की जाती है उसमें एक डॉलर रूस से आता है। ऐसे में युद्ध के कारम कच्चे तेल की सप्लाई बाधित होने से कीमतों में और अधिक बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है।