
लालू के सपूतों में बढ़ा विवाद, तेज प्रताप ने तंज कसते हुए कविता की पोस्ट
हाल ही में तेज प्रताप ने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने एक कविता पोस्ट की है जो महाभारत पर है जिसमें वह अपना दर्द बयां कर रहे हैं। इस कविता में अर्जुन दुर्योधन से अपनी जमीन मांग रहे हैं जिसके लिए दुर्योधन हामी नहीं भर रहा।
पटना : बिहार में लालू के परिवार में विवाद है कि थमने का नाम ही नहीं ले रहा। समय के साथ यह मामला और ज्यादा तूल पकड़ता जा रहा है। जगदानंद सिंह और संजय यादव से शुरु हुआ यह विवाद अब तेजस्वी और तेज प्रताप पर जाकर अटक गया है। दोनो भाइयों में कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है।
एक तरफ तेजस्वी है जो गुहार लेकर अपने पिता के पास पहुंचे हैं तो दूसरी तरफ उनके बड़े बेटे तेज प्रताप है जो जंग का पूरा मोर्चा खोलकर बैठे हैं। और दूसरी तरह तेजस्वी भी अड़े हुए हैं । तेज प्रताप के रवेये पर उन्होंने कहा कि पार्टी में किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता बर्दाश नहीं करी जाएगी।
अब हाली में उन्होंने अपने facebook पर एक पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने एक कविता पोस्ट की है जो महाभारत पर है जिसमें वह अपना दर्द बयां कर रहे हैं। इस कविता में अर्जुन दुर्योधन से अपनी जमीन मांग रहे हैं जिसके लिए दुर्योधन हामी नहीं भर रहा। यह कविता दिनकर के काव्यसंग्रह ‘राशिमरथी’ के तृतीसर्ग ‘कृष्ण कि चेतावनी’ है और इस कविता के माध्यम से तेजप्रताप ने अपनी बात कह डाली।
इस कविता के माध्यम से तेज साफ-साफ यह बताना चाहते हैं कि उन्होंने अपनी तरफ से बहुत कोशिश की समझाने की सबको पर विनाश के वक्त किसी को कुछ समझ नहीं आता।
मामले की बात करें तो दोनों भाइयों के बीच तेजस्वी के सलाहकार जगदानंद सिंह और संजय यादव को लेकर विवाद इस स्तर तक बढ़ चुका है जिस पर अब तेजप्रताप चाहते हैं कि पूर्ण रुप से इन दोनों पर कार्रवाई की जाए जिसके तेजस्वी विरोध में हैं। जिसको लेकर दोनो भाइयों में विवाद छिड़ा हुआ है। जिसे अभी तक खुद लालू भी नहीं सुलझा पाए हैं।
यह भी पढ़ें: स्टार्स स्कीम 2020-21: जानें केंद्र द्वारा जरी इस योजना का क्या है लाभ और उद्देस्य