- सोनिया गांधी ने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए पार्टी की जिम्मेदारी नहीं संभालने की बात कही
नई दिल्ली: देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस (congress) अब बड़े बदलाव की ओर अग्रसर है। बता दें कि लंबे अरसे के बाद पार्टी गैर गांधी को पार्टी का अध्यक्ष (adhyaksh)चुना सकती है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस की मौजूदा अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी(sonia gandhi) ने पार्टी के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (ashok gahlot)से अध्यक्ष बनने की पेशकश की है। हालांकि गहलोत ने कई बार राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की पेशकश की है।
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कांग्रेस के नए अध्यक्ष का चुनाव 21 सितंबर तक होना है इसका विस्तृत कार्यक्रम पार्टी जल्द करने वाली है। बता दें कि मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि सोनिया गांधी ने मंगलवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत से अपने आवास पर मुलाकात की थी। मुलाकात के दौरान सोनिया गांधी ने अशोक गहलोत से पार्टी की कमान संभालने के बाद कहीं वहीं सोनिया गांधी ने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए पार्टी की जिम्मेदारी नहीं संभालने की बात कही।
हालांकि गहलोत ने फिर दोहराया कि राहुल गांधी को अध्यक्ष पद के लिए सर्व सम्मत पसंद है। गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने पर ही पार्टी का पुनर्गठन हो सकेगा। गलत ने कहा कि राहुल गांधी के अध्यक्ष नहीं बनने से कई नेता व कार्यकर्ता निराश हो जाएंगे हम राहुल गांधी पर लगातार दबाव डालेंगे कि वह पार्टी अध्यक्ष का पद संभालें।
एक तीर से दो निशाने
आपको बता दें कि सोनिया गांधी की अशोक गहलोत से पार्टी अध्यक्ष बनने के दो मायने हैं। एक तो यह कि राजस्थान में पार्टी के असंतोष को दबाने के लिए गहलोत को पदोन्नत देकर पार्टी का अध्यक्ष बनाया जा सकता है वहीं लगे हां सचिन पायलट को मुख्यमंत्री का पद देकर नए चेहरे के साथ राजस्थान के चुनावी मैदान में उतरा जा सकता है। इस तरह पार्टी राजस्थान को भी साथ देगी और राष्ट्रीय स्तर पर घर गांधी परिवार को अध्यक्ष बनाकर कांग्रेसमें बड़े बदलाव का सूत्र पात्र कर सकेगी।