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कोयला किल्लत : प्रदेश में बढ़ सकता है बिजली संकट, कोयले का स्टॉक हुआ कम
गांव में भारी बिजली कटौती
लखनऊ : देश में त्योहारी सीजन के बीच कोयले की किल्लत के चलते प्रदेश में भारी बिजली संकट और गहरा गया है। आपको बता दें कि त्योहारी सीजन में बिजली की अधिक मांग होने के चलते हैं और बिजली की उपलब्धता कम होने से गांव में भारी बिजली कटौती की जा रही है। इतना ही नहीं तहसील मुख्यालयों और बुंदेलखंड को भी तहसील से भी कम आपूर्ति मिल रही है। बिजली घरों में कोयले का भंडार काफी कम है। बताया जा रहा है कि यदि प्रदेश में बिजली घरों में कोयले की आपूर्ति सामान्य हुई तो प्रदेश में भारी बिजली संकट खड़ा हो सकता है जिसको देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर बिजली उपलब्ध कराने और कोयले की आपूर्ति सामान्य कराने का अनुरोध किया है।
गांव में 11 घंटे की बिजली आपूर्ति
प्रदेश में बिजली की मांग 17000 मेगावाट के आसपास बनी हुई है जबकि उपलब्धता मात्र 15000 से 16000 मेगावाट है ऐसे में 2000 मेगावाट तक की कटौती करनी पड़ रही है इसके चलते गांव को 18 घंटे की बजाय अब 11 घंटे तहसीलों को 21 घंटे के बजाय 17 घंटे बुंदेलखंड को 20 घंटे की बजाय 14 घंटे की आपूर्ति हो रही है वही अभियंताओं का कहना है यदि यही हालात रहे तो जल्दी शहरों में भी बिजली कटौती शुरू हो जाएगी।
देश में सिर्फ 3 दिन का कोयला
देश में बिजली संयंत्रों में सिर्फ 3 दिन का कोयला बचने से ग्रिड फेल होने का संकट बढ़ गया है। ऊर्जा मंत्रालय ने शनिवार को बैठक में पावर गेट को बचाने की रणनीति बनाने के साथ कोयला मंत्रालय को भी कड़े कदम उठाने के सुझाव दिए हैं और उन्हें जल्द से जल्द कोयला आपूर्ति के आदेश दिए हैं।