कोयला घोटाले मामला : ED के सामने पेश होंगे सीएम ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल में कोयला घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में पूछताछ के लिए टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी को पूछताछ के लिए आज बुलाया है। जबकि उनकी पत्नी रुजिरा बनर्जी को कल यानी 22 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। बता दें कि कोर्ट के आदेश के बाद अब ईडी अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी से पूछताछ करेगी।
दरअसल, दिल्ली हाईकोर्ट ने निदेशालय के समक्ष पेश होने के लिए अभिषेक द्वारा जारी समन को चुनौती देने वाली यचिका 11 मार्च को खारिज कर दी थी। बता दें कि इससे पहले दंपत्ति को पिछले साल 10 सितंबर को समन जारी किए गए थे जिसमें उनसे राष्ट्रीय राजधानी में ईडी के सामने पेश होने को कहा गया था।
2020 में दर्ज की गयी थी एफआईआर
दरअसल सीबीआई ने नवंबर 2020 में दर्ज एफआईआर के आधार पर ईडी ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दायर किया है। इसमें करोड़ों रुपये की कोयला चोरी का आरोप लगाया गया है। वहीं इससे पहले सीबीआई ने 15 मार्च 2021 को अभिषेक बनर्जी की साली मेनका के पति अंकुश और ससुर पवन अरोड़ा को भी पूछताछ के लिए नोटिस भेजा गया था। इस केस में अनूप माझी उर्फ लाला मुख्य संदिग्ध है। ईडी ने पहले दावा किया था कि, अभिषेक बनर्जी इस अवैध व्यापार से प्राप्त धन का लाभ उठाया। हांलाकि, उन्होंने सभी आरोपों से इनकार किया है।
क्या है कोयला घोटाला
27 नवंबर 2020 को CBI की तरफ से कोलकाता एंटी करप्शन ब्रांच ने पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में अवैध खनन और उसकी ढुलाई से जुड़ा मामला दर्ज किया था। इन हिस्सों में खनन की जिम्मेदारी कोल इंडिया लिमिटेड के स्वामित्व वाली सहायक कंपनी ईसीएल के पास थी। वहीं ईसीएल की एक टीम ने अपनी जांच में पाया कि, पट्टे क्षेत्र में व्यापक रूप से अवैध कोयला खनन और उसकी ढुलाई हो रही है। इसके बाद यहां बड़े पैमाने पर कोयला जब्त भी किया गया था। बता दें कि, आसनसोल से लेकर पुरुलिया और बांकुरा तक और झारखंड में धनबाद से लेकर रामगढ़ तक कोल पट्टी में कई ऐसी खदानें हैं। जहां खनन काम बंद होने के बावजूद खनन माफिया अवैध तरीके से सक्रिय थे। जिसको लेकर नवंबर 2020 में सीबीआई ने ईसीएल के कई अधिकारियों समेत रेलवे और सीआईएसएफ के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।