
India Rise Special
खतरे में है सीएम हेमन्त सोरेन की विधायकी
झारखंड में करीब ढाई साल पुरानी झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन सरकार के मुखिया हेमंत सोरेन के लिए आने वाले दिन चुनौतियों से भरे हैं. हालांकि सत्ता और राजनीति में आंतरिक-बाह्य मोर्चे की चुनौतियों का अपना स्थान है, लेकिन उन्हें कानूनी मोर्चे पर बेहद कठिन लड़ाई लड़नी पड़ती है।अदालतों से लेकर केंद्रीय चुनाव आयोग तक, उन्हें अपने मामले को पेश करने और जवाब देने के लिए प्रतिष्ठित वकीलों और वकीलों की मदद लेनी पड़ती है। सोरेन के करीबी माने जाने वाले कुछ लोगों को पिछले तीन महीने में ईडी ने अपने रडार पर लिया है।सीएम के करीबी सहयोगियों द्वारा मुखौटा कंपनियों, कार्यालयों, खनन पट्टों और सीएम के करीबी सहयोगियों में निवेश में अनियमितता का आरोप लगाते हुए दो करीबी जनहित याचिका दायर किए जाने के बाद अदालत के फैसले से राज्य में आक्रोश फैल गया है। कर सकता है