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Clean My Coach , क्या आप इस योजना के बारे में जानते है ?

भारत देश में ट्रेन यानी की रेलगाड़ी से सफर करना हर किसी के लिए आम बात है। भारत में रेल गाड़ियां बहुत पहले से चली आ रही है यह बहुत ही पुरानी बात है जब भारत में अंग्रेजों का शासन चलता था। अभी भी कई जगहों पर कुछ ऐसी रेलगाड़ियां है जो कि अंग्रेजों के समय की है यहां तक कि उनकी पटरियां भी उसी समय की भी बिछाई हुई है ।

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Clean My Coach

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भले ही यह बहुत पुरानी हो लेकिन इन रेलगाड़ियों में स्वच्छता का ध्यान रखा जाना हमेशा से ही आवश्यक रहा है। भारत देश में लोगों को स्वच्छता के बारे में पाठ हमेशा से ही पढ़ाया जाता रहा है। लेकिन फिर भी कई लोग ऐसे हैं जो कि हर जगह गंदी करते चलते हैं। भारत देश में रेलगाड़ियों और कोच के हालात भी कुछ ऐसे ही गंदगी से लिपटे हुए हैं। इसी वजह से सरकार ने इनके लिए एक नई योजना का शुभारंभ किया। आज हम आपको सरकार की रेलगाड़ी यानी कि रेल यात्रा से जुड़ी हुई इसी योजना के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं जिसका नाम क्लीन माय कोच (Clean My Coach) योजना है ।

क्या है योजना?

भारत देश में सफाई के प्रति लोगों को हमेशा से ही जागरूक किया जाता रहा है। इसके लिए भारत देश में सर्वप्रथम स्वच्छ भारत अभियान की भी शुरुआत की गई ताकि लोगों को स्वच्छता के बारे में पता चल सके। जिस जगह पर स्वच्छता नहीं होती है उस जगह पर लोग बीमारियों से ग्रसित रहते हैं। लेकिन आखिर यह स्वच्छता रेल यात्रा से किस प्रकार से जुड़ी है?

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पूरी दुनिया में कोई भी जगह हो, वहां स्वच्छता होना आवश्यक ही है। यही वजह है कि भारत में रेलवे स्टेशन पर भी स्वच्छता का बहुत महत्व दिया गया है जिसके लिए लगातार लोग कार्यरत रहते हैं। यह बात हर कोई जानता होगा कि रेलवे स्टेशन की सफाई करने के लिए कर्मचारी वहां पर आते हैं और उचित तरीकों से उसको साफ करते हैं । यही नहीं इसी के साथ-साथ रेलवे स्टेशन पर शौचालय यानी की टॉयलेट की भी सही तरीके से सफाई की जाती है ताकि लोग वहां पर जाने में संकोच ना महसूस करें।

रेलवे स्टेशन की सफाई तो होती है लेकिन ट्रेनों के कोच की सफाई कैसे होती है इसके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं। ज्यादातर जगहों पर ट्रेनों के कोच की सफाई करने के लिए जब ट्रेन अपनी पूरी यात्रा करके वापस आती है तब उसकी सफाई की जाती है। इसके लिए रेलगाड़ी को अलग से खड़ा किया जाता है और उसके एक-एक कोच की कर्मचारी सफाई करते हैं।

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हर कोई जानता है कि ट्रेन का यानी कि रेल का सफर काफी लंबा होता है जिसकी वजह से इस में गंदगी भी ज्यादा होती है। कई बार ऐसा होता है कि लोग ट्रेन पर सफर कर रहे होते हैं और उन्हें वहां के स्वच्छ वातावरण में रहना पड़ता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि रेल अपने सफर को तय कर रही होती है और इस बीच वहां पर सफाई करना मुश्किल हो जाता है। यही वजह है कि भारत की सरकार ने साफ सफाई को ध्यान में रखते हुए रेल के लिए एक और नई योजना निकाली।

इस योजना में भारत की सरकार सभी लोगों को स्वच्छ वातावरण और स्वच्छ रेलवे प्रदान करने की कोशिश करेगी। इसके लिए सरकार ने खासतौर पर एक नया ऐप बनाया है जिसका नाम क्लीन माई कोच (Clean My Coach) ऐप है। सरकार की इस योजना और इस ऐप के जरिए लोग सिर्फ एक मैसेज करने पर उसकी मदद से अपने रेल के डिब्बे को यानी कि कोच को साफ करवा सकते हैं।अब रेल यात्री पूरी स्वच्छता के साथ सफर करेंगे। ऑन बोर्ड हाउस कीपिंग योजना के तहत अब चलती ट्रेनों में भी सफाई हो सकेगी। अब एक कॉल करने पर सफाई कर्मी यात्रियों की सेवा में क्लीनिंग मशीन के साथ कोच में पहुंचेंगे।

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रेल मंत्री ने 2016-17 के अपने रेल बजट भाषण में क्‍लीन माई कोच (Clean My Coach) सेवा की घोषणा की थी ।
पहले यह काम सिर्फ रेल गाड़ियों का अपना सफर पूरा करने के बाद ही हो पा रहा था लेकिन अब यह कार्य चलती हुई ट्रेनों में भी किया जा सकेगा।

कैसे होगा काम?

लोगों को इस काम को अंजाम देने के लिए यानी कि अपने रेलगाड़ी के कोच को साफ करवाने के लिए एक मैसेज करना होगा। योजना के तहत डिब्बे में किसी भी किस्म की सफाई करवाने के लिए यात्री 58888 पर एसएमएस संदेश भेज सकेंगे । इसके लिए सबसे जरूरी आपके फोन में क्लीन माई कोच का ऐप होना आवश्यक है। ‘क्लीन रेल एप’ का इस्तेमाल एंड्रॉयड फोन वाले ही यात्री कर सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि फिलहाल यह ऐप एंड्राइड फोन पर ही उपस्थित है।

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इसका प्रयोग करने के लिए पैसेंजर को सबसे पहले पहले मोबाइल पर क्लीन माई कोच ऐप को डाउनलोड करना होगा। इसके बाद आपको इस ऐप में अपनी ईमेल आइडी डाल कर लॉगिन करना होगा। शिकायतकर्ता को अपनी ट्रेन, कोच और सीट नंबर भरने के साथ कमेंट में शिकायत दर्ज करना होगा। इसी के साथ आप इसकी वेबसाइट पर जाकर भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। शिकायतकर्ता के द्वारा दर्ज की गई इसकी शिकायत संबंधित अफसर, सुपरवाइजर तक पहुंचेगी और एप में सुपरवाइजर, सफाई कर्मियों के पास जाएगी। आखिर में आप जिस भी रेलगाड़ी के कोच में उपस्थित होंगे वहां पर सफाई कर्मी अपने उपकरणों के साथ सफाई करने के लिए आ जाएंगे।

यही नहीं इसके क्रम में गैर वातानुकूलित डिब्‍बों में भी डस्‍टबीन रखे जा रहे हैं। 

योजना के उद्देश्य?

इस योजना का मुख्य उद्देश्य भारत में सभी यात्रियों को अच्छी रेल यात्रा प्रदान करना है जिसमें सफाई और स्वच्छता का भी उचित ध्यान रखा गया हो। इसी के साथ स्वच्छता ही नहीं रेल को और अच्छे से संचालित करने का प्रयास भी किया जाएगा। भारत का भ्रमण करने के लिए जो विदेशी पर्यटक यहां आते हैं वे भारतीय रेलों के बारे में शानदार स्‍मृतियों के साथ वापस लौटें यह इस योजना का उद्देश्य है। उन्‍होंने आगे कहा कि रेलवे डिजटलीकरण और स्‍व्‍च्‍छता और यात्री सुविधा, कोच डिजाइन यांत्रिक‍लॉन्ड्री, गाड़ी के भीतर प्रदान की जाने वाली सेवाओं, सोशल मीडिया इत्‍यादि क्षेत्रों में प्रगति कर रही है जिसकी मदद से रेलवे आगे जाकर और भी प्रगति करेगी। भविष्‍य में यात्रियों को और सुविधाएं प्रदान की जाएंगी ताकि उनका यात्रा अनुभव बेहतर हो सके।

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क्या हैं योजना की विशेषताएं?

सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना के कुछ मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:

  1. इस योजना के अंतर्गत गैर वातानुकूलित डिब्बों यानी कि कोच में डस्टबिन लगवाए जाएंगे ताकि वहां पर सफाई रहे।

2.योजना के अनुरूप कोच में सफाई के लिए या‍त्री मोबाइल नम्‍बर 58888 पर एसएमएस कर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।

3.यात्री एंडराइड अप्‍लीकेशन क्लीन माई कोच इंडियन रेलवे (‘Cleanmycoach Indian Railways’) का इस्‍तेमाल कर सकते हैं या इसके वेब पेज ‘cleanmycoach.com‘ पर लॉग- इन करके आग्रह कर सकते हैं। यात्रियों के आग्रह की कन्फर्मेशन के रूप में एक कोड के साथ उनके मोबाइल फोन पर एसएमएस आ जाएगा।

4.हाउस कीपिंग स्‍टॉफ यात्रियों से संपर्क कर सफाई के संबंध में यात्रियों की मांग पूरी करेगा।

  1. इसमें संतुष्‍ट हो जाने पर ही या‍त्री हाउस कीपिंग स्‍टॉफ को उक्‍त कोड नम्‍बर बताएगा। इससे यात्री की संतुष्टि का पूरा खयाल रखा गया है।यदि या‍त्री संतुष्‍ट नहीं है तो वह कोड नहीं बताएगा और शिकायत को संतुष्टि से दूर किया हुआ नहीं माना जाएगा।

6.इस योजना को भारतीय रेल के 43 डिविजनों में शुरू किया जा रहा है।

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