
Chhattisgarh: 5 दिवसीय मानसून सत्र के दौरान राज्य सदन में हुई 27 घंटे चर्चा
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ विधानसभा का 5 दिवसीय मानसून सत्र शुक्रवार को खत्म हो गया है। समापन के मौके पर अध्यक्ष डा. चरणदास महंत ने सभी सदस्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा अपनी उच्च संसदीय परंपरा को बनाए रखेगा।
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) विधानसभा सत्र की कार्यवाही के संबंध में सूचना देते हुए डा. महंत ने बताया कि पांच बैठकों में करीब 27 घंटे चर्चा हुई। इस दौरान अनुपूरक बजट समेत 4 विधेयक भी पारित किए गए। डा. महंत ने बताया कि सत्र के लिए सदस्यों ने कुल 717 सवालों की सूचना दी थी।
इसमें से 30 प्रश्नों पर सदन में पूरक प्रश्न पूछे गए। ध्यान आकर्षित करते हुएं 244 सूचनाएं प्राप्त हुई थी इसमें 65 स्वीकार किए गए। इस तरह 94 स्थगन की सूचनाओं में से एक विषय से संबंधित 14 सूचनाओं को स्वीकार कर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि विधानसभा का अगल सत्र दिसंबर के तीसरे सप्ताह में संभावित है।
सीएम भूपेश बघेल ने सत्र की सफलता को लेकर विधानसभा अध्यक्ष डा. चरणदास महंत, नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, मंत्री व विधायकों सहित व्यवस्था के संचालन में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सहभागी रहे, सभी लोगों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
सीएम ने कहा कि विधानसभा का यह पावस सत्र संक्षिप्त होने के बावजूद भी सार्थक रहा। सत्र के दौरान सदस्यों ने अपने क्षेत्र की समस्याओं से संबंधित प्रश्न, ध्यानाकर्षण, स्थगन, अशासकीय संकल्प, लोकहित के मुद्दों पर सदन का ध्यान आकर्षित किया।
भूपेश बघेल ने कहा कि इस सत्र में संसदीय प्रणाली के सभी आयामों का उपयोग हुआ है। पंचम विधानसभा के इस पावस सत्र में पहली बार अशासकीय संकल्प प्रस्तुत हुआ।
नेता प्रतिपक्ष कौशिक, विधायक धर्मजीत सिंह, केशव चंद्रा ने भी समापन अवसर पर विधानसभा के पावस सत्र में जनहित के मुद्दों पर हुई सार्थक चर्चा और नए सदस्यों की सहभागिता की सराहना की। कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के नेतृत्व में यह सत्र सफल रूप से आयोजित हुआ। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष, सीएम, मंत्रियों व सदस्यों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।