चारधाम यात्रा : प्रशासन के लिए बनी चुनौती, अब तक 356148 श्रद्धालुओं ने करा चुके है रजिस्ट्रेशन
उत्तरकाशी : कोरोना महामारी (corona pandemic) के दो सालों बाद होने जा रही चारों धाम अब उत्तराखंड सरकार (Government of Uttarakhand) के लिए चुनौती बनती जा रही है। ऐसे यात्रा के शुरुआती 45 दिन के लिए यात्रियों की संख्या तय करने के बाद चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) के लिए मुश्किल साबित हो रहा है। हालांकि, चारों धाम में यात्रियों की संख्या सीमित करने का निर्णय सरकार ने संबंधित जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग से मिली फीडबैक के आधार पर लिया है।
ये भी पढ़े – उत्तराखंड सरकार के स्टेट प्लेन में आयी खराबी , तय समय पर दिल्ली से नहीं लौटेंगे सीएम पुष्कर सिंह धामी
इसके अंतर्गत होटल सुविधा, यात्रा मार्ग, पार्किंग व्यवस्था और धामों में दर्शन की व्यवस्था सभी का ख्याल रखना होता है। लेकिन, अनिवार्य पंजीकरण की शर्त, इसकी निगरानी और क्रियान्वयन में प्रशासन की मुश्किलें बढऩा तय है।
कारण, चारधाम के लिए यात्री पहले ही अपना शेड्यूल तय करने के साथ वाहन, होटल आदि की बुकिंग करा चुके हैं। अब तक 3,56,148 यात्रियों ने चारधाम के लिए पंजीकरण कराया है। इनमें यमुनोत्री के लिए 59,395, गंगोत्री के लिए 61,403, केदारनाथ के लिए 1,28,696 और बदरीनाथ के लिए 1,03,692 यात्री शामिल हैं। जबकि, हेमकुंड के लिए पंजीकरण कराने वालों की संख्या 2962 है।
ये भी पढ़े :- उत्तराखंड में मदरसों में होगा आधुनिकीकरण, छात्रों को दी जाएगी ये सुविधाएं
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर (Dilip Jawalkar) ने इस विषय पर बोलते हुए कहा कि, ” धर्मस्व विभाग की ओर से चारधाम में यात्रियों की संख्या निर्धारित कर दिए जाने के बाद अब पर्यटन विभाग भी यात्रियों के पंजीकरण के मद्देनजर अपने साफ्टवेयर में परिवर्तन कर रहा है। विभाग के पास केवल यात्रियों के पंजीकरण का जिम्मा है। अब ये व्यवस्था की जा रही है कि प्रतिदिन तय संख्या के आधार पर ही पंजीकरण हों।”