छत्तीसगढ़ में बनारस रोड पर फिर चक्काजाम
बनारस रोड की बदहाली से क्षेत्र के लोग आक्रोशित हैं। इस बीच ढोंडा गांव के ग्रामीणों ने सोमवार को एक बार फिर प्रतापपुर तहसीलदार प्रतीक जायसवाल को खराब सड़क को लेकर बयान दिया. ग्रामीणों ने एक बयान में कहा कि यदि लोक निर्माण विभाग 24 मार्च तक बनारस सड़क के जीर्णोद्धार का काम शुरू नहीं करता है तो 25 मार्च से टेंट लगाकर सड़क को अनिश्चितकाल के लिए जाम करने की जिम्मेदारी नगर निगम की होगी. अफ़सर
बता दें कि बनारस रूट पर प्रतापपुर से वद्रफनगर तक का रास्ता बेहद कठिन है। 40 किमी की दूरी तय करने में दो घंटे से ज्यादा का समय लगता है। खराब सड़क के कारण इस सड़क पर आने-जाने वाले वाहन क्षतिग्रस्त हो रहे हैं और वाहन मालिकों को परेशानी हो रही है. ग्रामीणों ने 15 फरवरी को सड़क के पुनर्निर्माण के लिए पहिया जाम कर दिया था। लोक निर्माण विभाग ने खुदाई के आदेश देकर 16 फरवरी से सड़क मरम्मत का काम शुरू किया था।
हालांकि तीन दिन बाद ही मरम्मत का काम रोक दिया गया और सड़क की हालत जस की तस बनी हुई है. ग्रामीणों ने बताया कि धूल से निजात पाने के लिए लोक निर्माण विभाग कुछ दिनों से सड़क पर टैंकरों से पानी का छिड़काव कर रहा था, लेकिन अब इसे बंद कर दिया गया है. विभाग द्वारा बार-बार सड़क के पुनर्निर्माण के झूठे वादों से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया है, जिन्होंने अब प्रशासन के साथ लंबी लड़ाई लड़ने का फैसला किया है. बयान देने में सिद्धार्थ पटेल, राम प्रताप सिंह, विनोद यादव, बैजनाथ यादव, रामसूरत यादव, इंद्रजीत, रूपवंती पटेल और पंच सरपंच समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए.