चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए केंद्र ने भेजी एनडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमें, अब तक 28 तीर्थयात्रियों की हो चुकी मौत
उत्तराखंड : चारधाम यात्रा (Chardham Yatra,) शुरू हो चुका है, और एक हफ्ते के अंदर 28 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। इस बीच केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) में भारी संख्या में भीड़ उमड़ रही है। जिसे देखते हुए मंदिर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यह पर से ITBP के कर्मचारियों को तैनात कर दिया गया है।
चारधाम यात्रा करने वाले यात्रियों की मदद के लिए केंद्र की ओर से एनडीआरएफ(NDRF) की टीमें भेजी गई हैं। इसके साथ ही आईटीबीपी(ITBP) के जवानों को तैनात किया गया। एसडीआरएफ की टीमें पहले ही चारधामों में तैनात हैं। एनडीआरएफ और आईटीबीपी को एक सीमित समय के लिए तैनात किया है। जरूरत पड़ने पर समय को बढ़ाया जाएगा। -डॉ. एसएस संधु, मुख्य सचिव
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निश्चित संख्या में भेजे जाएगे श्रद्धालु
कोविड महामारी(covid pandemic) के कारण दो साल बाद चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। चारधामों में कपाट खुलने के दिन क्षमता से दोगुने यात्री पहुंचे थे। जिससे धामों में यात्रियों को अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ा। मुख्य सचिव ने कहा कि चारधामों की वहन क्षमता के अनुसार यात्रियों का पंजीकरण कर दर्शन के लिए भेजा जा रहा है। पिछले तीन दिनों से धामों में स्थित पूरी तरह से नियंत्रण में है। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग व चमोली जिले के जिलाधिकारियों से प्रतिदिन व्यवस्थाओं की समीक्षा की जा रही है।
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फिजिशियन को कॉर्डिक की ट्रेनिंग देकर किया जाएगा तैनात
प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग के पास कॉर्डियोलॉजी(cardiology) की कमी है। सरकार व स्वास्थ्य विभाग की ओर से कार्डियोलॉजी के लिए हरसंभव प्रयास किए हैं। अन्य राज्यों से ज्यादा वेतन देने के बाद भी कॉर्डियोलॉजी नहीं मिल रहे हैं। चारधाम यात्रा पर यात्रियों को हार्ट अटैक, श्वास की दिक्कतों को देखते हुए फिजिशियन(physician) को कॉर्डिक की ट्रेनिंग देकर तैनात किया गया है। मुख्य सचिव के मुताबिक, कोविड के बाद भी लोगों में स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें बढ़ी हैं।