मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाओं को मिला विराम, रद्द की बैठक
बता दें कि कैबिनेट में अभी 28 मंत्री पद खाली हैं। पीएम मोदी ने दो दिन तक गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा संगठन महामंत्री बीएल संतोष के साथ कैबिनेट विस्तार पर बैठकें की हैं।
मंत्रिमंडल विस्तार को उठने वाली सारी अटकलें थम गई हैं। मंगलवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल विस्तार के लिए होने वाली बैठक रद्द हो गई है। खबरों के मुताबिक, आज शाम 5 बजे होने वाली बैठक में कैबिनेट में विस्तार को के साथ कई नेताओं की किस्मत भी चमकने वाली थी।
इन नेताओं को मिल सकता था मौका
बता दें कि कैबिनेट में अभी 28 मंत्री पद खाली हैं। पीएम मोदी ने दो दिन तक गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा संगठन महामंत्री बीएल संतोष के साथ कैबिनेट विस्तार पर बैठकें की हैं। मध्य प्रदेश से मोदी कैबिनेट में चार मंत्री हैं। नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, थावर चंद गहलोत और फग्गन सिंह कुलस्ते।
कैबिनेट विस्तार के लिए मध्य प्रदेश से 1-2 नामों की चर्चा है। मध्य प्रदेश में बीजेपी में अहम भूमिका निभाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया मोदी कैबिनेट का नया युवा चेहरा बन सकते हैं। उनके अलावा जबलपुर से भाजपा सांसद राकेश सिंह का भी नाम है। उत्तर प्रदेश में अपना दल की अनुप्रिया पटेल का नाम सबसे आगे है। उनके अलावा वरुण गांधी, रामशंकर कठेरिया, अनिल जैन, रीता बहुगुणा जोशी, जफर इस्लाम के नाम की भी चर्चा है।
बिहार से सांसद पशुपति कुमार पारस और जेडीयू के आरसीपी सिंह को मंत्री बनाया जा सकता है। महाराष्ट्र से हिना गावित को केंद्र में मंत्री बनाया जा सकता है। भूपेंद्र यादव, पूनम महाजन और प्रीतम मुंडे का नाम भी चर्चा में है। इनके अलावा लद्दाख से सांसद जामयांग नामग्याल, उत्तराखंड से अजय भट्ट या अनिल बलूनी, कर्नाटक से प्रताप सिन्हा, पश्चिम बंगाल से जगन्नाथ सरकार, शांतनु ठाकुर या निसिथ प्रामाणिक, हरियाणा से बृजेंद्र सिंह, राजस्थान से राहुल कासवान, ओडिशा से अश्विनी वैष्णव, दिल्ली से परवेश वर्मा या मीनाक्षी लेखी का नाम भी शामिल है।
इन नेताओं को मिल सकता है आराम
प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, नितिन गडकरी, हर्षवर्धन, नरेंद्र सिंह तोमर, रविशंकर प्रसाद, स्मृति ईरानी और हरदीप सिंह पुरी का भार कम किया जा सकता है।