Uttar Pradesh

BSNL यूपी में बेचेगी अपनी अरबों की संपत्ति, यहां जानें वजह !

बीएसएनएल ने अपनी गिरती अर्थव्यवस्था के कारण लिया बड़ा निर्णय। बीएसएनएल ने यूपी के प्रयागराज और कौशाम्बी में मौजूद अपनी अरबों की संपत्ति को बेचने की तैयारी कर ली है।

लखनऊ : देशभर में कोरोना के वक्त बिगड़ते हालातों के चलते सरकार द्वारा लगाए लाकडाउन ने देश की अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा प्रभाव डाला जिसका असर देशक्षकी बड़ी से बड़ी कंपनियों पर डाला और छोटी कंपनियों की तो हालत ही खराब कर दी। इसी के चलते कभी देश की टाप मोबाइल कंपनियों में गिनी जाने वाली BSNL की हालत बहुत ज्यादा बिगड़ चुकी है।

आपको बता दें कि अब इसी के चलते BSNL ने एक बहुत बड़ा निर्णय लिया है। BSNL ने यूपी के प्रयागराज और कौशाम्बी में मौजूद अपनी अरबों की संपत्ति को बेचने की तैयारी कर ली है। केंद्र सरकार के आदेश के बाद एक दर्जन से अधिक भवनों और तकरीबन 45 हजार स्क्वायर मीटर भूमि चिह्नित कर ली गई है। इसे बेचने के लिए जल्द ही सूचना जारी भी कर दी जाएगी।

इससे पहले केंद्रीय लोक निर्माण विभाग की ओर से बेसिक कीमत तय करते हुए इस कंपनी की बोली लगाई जाएगी। जिसके बाद ज्यादा बोली लगाने वाले को ही ये भूमि और भवन सौंप‌ दिया जाएगा। दर्जन स्थानों पर बने भवन किराए पर भी दिए जाएंगे। कई भवनों को किराए पर देने के लिए कंपनी द्वारा सरकारी विभागों से अनुबंध भी कर लिया गया है।

दरअसल भवनों से लेकर एक्सचेंज बूथों, टेलीफोन से जुड़े उपकरणों का भी अब कोई प्रयोग नहीं रह गया है। इसलिए उसकी उपयोगिता भी न के बराबर रह गई है। और साथ ही अब हालत यह हो गई है कि किसी समय की इतनी बड़ी कंपनी बीएसएनएल अब अपने कर्मचारियों को वेतन तक नहीं दे पा रही है जिससे उनकी नौकरी का संकट भी खड़ा हो गया है। बीएसएनएल के पास फोर जी जैसी सेवा तकनीक भी नहीं है, जिससे वह ज्यादा उपभोक्ताओं को जोड़कर अपनी कमाई का कोई नया जरिया बना सके।

इस संपत्तियों को बेचने की जानकारी बीएसएनएलएन के उप मुख्य अभियंता द्वारा दी गई जिसको लेकर उन्होंने कहा कि केंद्रीय मुख्यालय से निर्देश आने के बाद उन भवनों और उनसे जुड़ी संपत्तियों को बेचने का निर्णय लिया गया है।

बीएसएनएल भारत में जगह जगह पर अपनी जमीनें बेच रहा है जिसमें जीएम कार्यालय के बगल स्थित सीटीओ कंपाउंड, झलवा, अल्लापुर समेत और कई जगह है जहां की जमीन बीएसएनएल बेच रहा है। सर्किल रेट के हिसाब से इसकी कुल कीमत 48 करोड़ रुपये से अधिक है और उसके कई भवनों को किराए पर भी दिया जाएगा।

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