दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में शूटआउट के बाद मंडोली जेल में हुआ खून खराबा
दिल्ली की मंडोली जेल में मंगलवार को दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में फायरिंग के बाद खून-खराबा हो गया। बताया जाता है कि कैदियों ने खुद को घायल कर लिया था। करीब 25 कैदी घायल हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार मंडोली जेल के बैरक नंबर 11 में बंदियों ने अपना सिर दीवार और बार से टकराकर खुद को घायल कर लिया। एक कैदी को अस्पताल में इलाज के बाद फिर से जेल में डाल दिया गया है।
जेल सूत्रों के मुताबिक दोनों कैदी बिना वजह जेल से बाहर निकलना चाहते थे। जब उन्हें जेल प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं दी गई, तो उन्होंने खुद को घायल कर लिया और अन्य कैदियों को खुद को घायल करने के लिए उकसाया। तिहाड़ जेल प्रशासन के मुताबिक मंडोली जेल में बंद दो कैदी अनीश और दानिश अपने वार्ड छोड़ना चाहते थे लेकिन गैंगवार के डर से उन्हें सुरक्षा देने से मना कर दिया गया।
दिल्ली कोर्ट परिसर में सुरक्षा याचिका पर दो सितंबर को सुनवाई
दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को कहा कि वह यहां अदालत परिसर में सुरक्षा संबंधी एक याचिका पर 29 सितंबर को सुनवाई करेगा। राष्ट्रीय राजधानी के एक अदालत परिसर में हाल ही में हुई गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई।
मामले का जिक्र करते हुए अधिवक्ता हा चा सिंह ने मुख्य न्यायाधीश डीएन पटेल और न्यायमूर्ति ज्योति सिंह की पीठ को बताया कि उन्होंने 201 से लंबित याचिका पर जल्द सुनवाई के लिए आवेदन किया था और अदालत परिसर में बेहतर सुरक्षा की मांग की थी। हुआ है। आवेदन में विशेष रूप से पिछले सप्ताह रोहिणी अदालत परिसर में हुई गोलीबारी की घटना का उल्लेख किया गया था जिसमें तीन लोग मारे गए थे। सिंह ने कहा कि उच्च न्यायालय की रजिस्ट्री द्वारा हलफनामा दायर किया गया है और इसने भूमि की स्थिति में त्रुटियों पर प्रकाश डाला है। इस पर जस्टिस पटेल ने कहा, आपके आवेदन पर बुधवार को सुनवाई होगी।
रोहिणी के कोर्ट रूम में फायरिंग की गई
24 सितंबर को रोहिणी के कोर्ट रूम में हुई गोलीबारी की घटना में तीन गुंडों की मौत हो गई थी और एक महिला वकील घायल हो गई थी। शुक्रवार को रोहिणी कोर्ट में वकील के वेश में दो हमलावरों ने गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों हमलावर मारे गए। दोनों के टिल्लू गिरोह के सदस्य होने का संदेह है।
कानून के छह छात्रों ने एक जनहित याचिका दायर कर दिल्ली की जिला अदालतों में सुरक्षा व्यवस्था में और सुधार की मांग की है। याचिका में अदालत परिसर में कई अपराधों का जिक्र है।