बिहार : पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी के कॉलेजों की सरकार से अपील, कहा-इंटरमीडिएट की पढ़ाई को अलग करना चाहिए
बीडी कॉलेज के प्रिंसिपल प्रवीण कुमार ने की सरकार से अपील। उन्होंने पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी के कॉलेजो से इंटरमीडिट की शिक्षा को अलग करने का अनुरोध किया। बिहार सरकार ने कई साल पहले इंटरमीडिट को कॉलेज से अलग करने का फैसला लिया था। हालांकि पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी से संबंद्धित सारे कॉलेज में अब तक डिग्री और इंटरमीडिएट की पढ़ाई साथ में होती हैं।
बिहार की राजधानी पटना स्थित बीडी कॉलेज में इंटरमीडिएट यानी 12th की सारी स्ट्रीम्स उपलब्ध है। संस्थान में साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स स्ट्रीम की शिक्षा दी जाती है। साथ ही, कॉलेज में 24 प्रमुख विषयों में डिग्री स्तर पर ऑनर्स कोर्स और पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स भी कराए जाते हैं। इसी मुद्दे पर बीडी कॉलेज के प्रिंसिपल प्रवीण कुमार ने आवाज़ उठाई। उन्होंने इंटरमीडिएट की पढ़ाई को डिग्री और डिप्लोमा कोर्स से अलग करने का आनुरोध किया।
बिहार सरकार ने करीब 20 साल पहले ही 12वीं की पढ़ाई को डिग्री कॉलेज से अलग करने का फैसला लिया था। इस फैसले के बावजूद पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय से जुड़े कॉलेजों में इंटरमीडिएट, डिग्री, डिम्प्लोमा और पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर की पढ़ाई साथ में होती हैं। पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय से जुड़े कॉलेजों के शिक्षाविदों और प्रिंसिपल ने राज्य सरकार से यह अपील की है कि वह अपने फैसले पर गौर करे और सही कदम उठाये जाए।
प्रवीण कुमार ने बताया कि पटना विश्वविद्यालय से 2007 में ही इंटरमीडिएट की शिक्षा को अलग कर दिया गया था। इसपर आगे उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के चलते, पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी से संबंधित सभी डिग्री कॉलेजों ने इंटरमीडिएट की ऑनलाइन शिक्षा बंद कर दी थी। केवल स्नातक (यूजी) और पीजी छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए ऑनलाइन कक्षाएं संचालित होती थी।