बिहार सीएम नीतीश कुमार ने जातिगत जनगणना के मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी से मांगा वक्त
पटना: आज बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने स्वीकार किया कि छह दिन पहले जातिगत जनगणना के मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी से एक सर्वदलीय नेताओं के प्रतिनिधिमंडल के साथ मिलने का वक्त मांगा था। आज तक पीएमओ का उस पर उन्हें कोई जवाब नहीं आया।
बिहार विधान सभा में जातिगत जनगणना के मसले पर निश्चित किया गया था कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल मिलेगा। बीते बुधवार को इस संबंध में पीएमओ को मिलने के समय के साथ एक पत्र लिखा गया। पीएमओ से इसका कोई जवाब नहीं आया।
नीतीश कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री से जब जनता दल यूनाइटेड के संसदीय दल के प्रतिनिधिमंडल ने मिलने का वक्त मांगा तो उन्हें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने का वक्त दिया गया था। इस संबंध में पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह के नेतृत्व में मुलाकात भी हुई और उन्हें मेमोरंडम दिया गया।
पत्रकारों से बात करते हुए सीएम ने कहा कि पीएम को इस संबंध में एक पत्र भेजा गया है, लेकिन जब समय मिलेगा तब न बात होगी। सुप्रीम कोर्ट में पेगासस जासूसी मामले पर सुनवाई के दौरान नीतीश ने कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट में कोई केस हैं तो उसमे सोचना क्या है।
इससे पहले भी सीएम नीतीश, जातिगत आधार पर जनगणना का समर्थन कर चुके हैं। उन्होंने जातिगत आधारित जनगणना पर पिछले हफ्ते मीडिया से बातचीत में कहा था, प्रयास रहेगा कि सब मिलकर जाएं। बिहार के अंदर जो सर्वसम्मति के प्रस्ताव है, उसे लेकर अपनी बात रखनी चाहिए।’