अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल का बड़ा बयान, बदलेगा कृषि कानून
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों का आंदोलन पंजाब की राजनीति के सबसे बड़े मुद्दों में से एक है। कुछ ही महीनों में राज्य विधानसभा चुनाव आने वाले हैं, ऐसे में राजनीतिक दल किसानों की मदद करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहते हैं। अकाली दल के मुखिया सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि अगर उनकी सरकार बनती है तो चीनी मिलों द्वारा गन्ना किसानों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के लिए कानून बना या जाएगा।
विभिन्न स्थानों पर जनसभाओं को संबोधित करते हुए शिअद अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें कई शिकायतें मिली हैं कि चीनी मिलें किसानों को एक साल की देरी से भुगतान कर रही हैं। बादल ने कहा, “यह अस्वीकार्य है।” नए कानून के मुताबिक अगर मिल मालिक गन्ना पेराई के बाद तीन महीने के भीतर किसानों का बकाया भुगतान नहीं करते हैं तो उन पर अनसुलझा अपराध का मामला बनता है।
बादल मुकेरियां से पार्टी प्रत्याशी सरबजोत साबी के समर्थन में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। बादल ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से यह सुनिश्चित करने को कहा कि गन्ना उत्पादकों को राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित 360 रुपये प्रति क्विंटल का एसएपी मिले।
तीन कृषि कानूनों के मुद्दे पर शिरोमणि अकाली दल एनडीए से अलग हो गया था। शिरोमणि अकाली दल ने विधानसभा चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन किया है। अकाली दल अब तक विधानसभा चुनाव के लिए 83 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुका है। बसपा को 20 सीटें मिल सकती हैं, जबकि बाकी 97 सीटों पर अकाली दल के उम्मीदवार उतरेंगे।