
कोरोना वैक्सीन को लेकर आया बड़ा बयान, देखें यहां !
एक शोध के अंतर्गत सामने आया है कि अब यह जरूरी नहीं है कि अगर आपको पहली डोज कोवैक्सीन की लगी है तो दूसरी भी कोवैक्सीन ही लगाई जाए। दोनों अलग अलग वैक्सीन भी लगाई जा सकती है इसमें किसी भी प्रकार का खतरा नहीं है और ना ही कोई साइड इफेक्ट है।
नई दिल्ली : कोरोना के मरीजों का ग्राफ लगातार देश में गिरता जा रहा है। वही देश में वैक्सीनेशन भी रफ्तार पकड़े हुए है। केंद्र सरकार ने पहले ही बता दिया है कि, कब तक सब को वैक्सीन लग जायेगी। कोरोना की तीसरी लहर के आगमन के खौफ से भी ज्यादा से ज्यादा लोग अब वैक्सीन लगवा रहे हैं।
केंद्रीय स्वास्थ मंत्रालय और आईसीएमआर के अनुसार जानकारी दी गई है। एक शोध के अंतर्गत सामने आया है कि अब यह जरूरी नहीं है कि अगर आपको पहली डोज कोवैक्सीन की लगी है तो दूसरी भी कोवैक्सीन ही लगाई जाए। दोनों अलग अलग वैक्सीन भी लगाई जा सकती है इसमें किसी भी प्रकार का खतरा नहीं है और ना ही कोई साइड इफेक्ट है। उनका कहना है कि मिक्स एंड मैच वैक्सीन का ट्रायल जारी है और इसके पूरे होते ही इसे लागू भी कर दिया जाएगा ताकि लोगों को इसकी सुविधा प्राप्त हो सके।
आपको बता दे कि, जिस प्रकार से दोनों वैक्सीन के बीच में एक निश्चित अंतराल या टाइम गैप होता है जैसे कोवैक्सीन में एक महीने का तो कोविशील्ड की दूसरी डोज 84 दिनों में लगवानी होती है। उसी प्रकार इस मिक्स एंड मैच वाली डोज में भी अंतराल में बदलाव आएगा। जिस पर काम जारी है यह जानकारी शोध करने वाले शोधकर्ताओं द्वारा दी गई है।
टीकाकरण अभियान को मॉनिटर करने वाली कमिटी के चेयरपर्सन डा. एन के अरोड़ा ने कहा कि तीन महीने के बाद ट्रायल के परिणाम सामने आ जाएंगे। साथ ही इस अभियान से जुड़े देश के अलग-अलग विशेषज्ञों का कहना है कि एक ही बीमारी से निपटने के लिए कंपनियों के टीके हो या टीका बनाने की प्रक्रिया व्यवस्था भी अलग हो तो भी अलग अलग डोज़ किसी को भी लगाई जा सकती है।
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