
बाइडेन को भारतवंशियों पर भरोसा, शालिना डी कुमार को बनाया जज
शालिना को दीवानी और फौजदारी दोनों ही तरह के मामलों का अनुभव रहा है। इसके अलावा शालिना कई अन्य महत्वपूर्ण पदों पर रही हैं। वह ऑकलैंड कंट्री बार एसोसिएशन की सदस्य भी हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के शासन में कई भारतवंशी को अमेरिका में महत्वपूर्ण स्थान मिला है। कई भारतवंशियों की हौसला आफजाई की। साथ ही जो बाइडेन उनके काम को भी सराहा है। भारतीय मूल की शालिना डी कुमार को मिशिगन के इस्टर्न डिस्ट्रिक्ट का फेडरल जज नियुक्त किया है। शालिना मिशिगन की पहली भारतीय फेडरल जज हैं। साथ ही वह पहली एशियाई हैं, जो इस मुकाम तक पहुंची हैं। शालिना को सिविल और क्रिमिनल दोनों तरह के मामलों की अच्छी जानकारी है।
शालिना डी कुमार के बारे में
गौरतलब है कि शालिना डी कुमार 2007 से ईस्टर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ मिशिगन में ऑकलैंड काउंटी सिक्स्थ सर्किट कोर्ट में सेवा दे रही हैं। उन्हें 2018 में मिशिगन सुप्रीम कोर्ट ने इसी कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया था। व्हाइट हाउस के अनुसार, शालिना मिशिगन में पहली दक्षिण एशियाई मूल की न्यायाधीश होंगी। शालिना को दीवानी और फौजदारी दोनों ही तरह के मामलों का अनुभव रहा है। इसके अलावा शालिना कई अन्य महत्वपूर्ण पदों पर रही हैं। वह ऑकलैंड कंट्री बार एसोसिएशन की सदस्य भी हैं।
शालिना ने 1993 में मिशिगन विश्वविद्यालय से स्नातक की और 1996 में उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ डेट्रॉयट-मर्सी स्कूल ऑफ लॉ से पढ़ाई की। 1997 से 2007 तक वह निजी प्रैक्टिस करती रही थी। 2004-2007 के बीच शालिना असोशिएट के पद पर रहीं। अब तक शालिना को कई अवार्ड भी मिल चुके हैं। इसके अलावा मिशिगन एसोशिएशन ऑफ जस्टिस की भी शालिना सदस्य हैं।
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