
नए साल के साथ उत्तराखंड में खत्म हुआ भोजनमाता विवाद, जानिए अब कौन संभलेगा ये पद
टनकपुर। उत्तराखंड के टनकपुर में काफी महीनों से चल रहा भोजन माता विवाद नए साल की शुरुआत के साथ ही खत्म हुआ हैं । सर्वसम्मति की साथ फैसला लेते हुए तय किया गया है कि जीआइसी सूखीढांग में अब एससी वर्ग की सुनीता देवी ही भोजन माता होंगी।यह फैसला स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) और अभिभावक-शिक्षक संघ (पीटीए) की मीटिंग में लिया गया। जिसमें शामिल सभी सदस्यों ने भोजनमाता के तौर पर सुनीता के नाम को अपनी सहमति दी । जिसके बाद सुनीता देवी को सर्वसम्मति से भोजनमाता चुना लिया गया। 15 जनवरी से होने वाले शीतकालीन अवकाश के बाद से सुनीता देवी अपना कार्यभाल संभालने वाली है।
सीईओ आरसी पुरोहित की अध्यक्षता में एसएमसी व पीटीए की मौजूदगी में मीटिंग की शुरुआत की गई थी। जिसमें सबसे पहले पीटीए अध्यक्ष नरेंद्र जोशी ने पुष्पा भट्ट का नाम भोजन माता के दिया था । लेकिन पुष्पा भट्ट के नाम को सभी सदस्यों की सहमति नहीं मिली। इसके बाद सुनीता देवी को एससी वर्ग का होने व पुत्र के निचली कक्षा में पढऩे की वजह से प्राथमिकता मिली। हालांकि एससी वर्ग की दो अन्य आवेदक भी थीं, जिनके पुत्र उच्च कक्षा में पढ़ते हैं। इस कारण सर्वसम्मति से सुनीता की नियुक्ति का प्रस्ताव पारित कर दिया गया।