Government Policies

भारतीय जन औषधि परियोजना: मध्यवर्गीय परिवारों को सस्ती दरों पर मिलेंगी दवाइयां, रोजगार भी होगा उत्पन्न

भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश में रह रही जनता एवं मध्यवर्गीय परिवारों को सस्ती दवाएं उपलब्ध करवाकर उनकी जीविका को और सक्षम बनाना है। तो आइए आज आपको बताते हैं हम इस योजना के बारे में कुछ खास बातें।

नई दिल्ली : जैसा कि आप सभी जानते हैं दवाई एक ऐसी चीज है जो ना कि सिर्फ अमीर बल्कि गरीब लोगों के लिए भी बेहद आवश्यक है। वही हमारे देश में महंगाई दर बहुत ज्यादा बढ़ गई है। जिसकी वजह से ज्यादातर लोग अपने इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाइयों का भी खर्च नहीं उठा पा रहे हैं और अपने जान से हाथ गंवा देते हैं। ऐसे ही लोगों की मदद के लिए भारत सरकार ने भारतीय जन औषधि परियोजना की शुरुआत की है।

भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश में रह रही जनता एवं मध्यवर्गीय परिवारों को सस्ती दवाएं उपलब्ध करवाकर उनकी जीविका को और सक्षम बनाना है। तो आइए आज आपको बताते हैं हम इस योजना के बारे में कुछ खास बातें।

भारतीय जन औषधि परियोजना का उद्देश्य

भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना का मुख्य उद्देश्य भारत में रह रहे मध्य वर्गीय परिवार व गरीब लोगों को सस्ती दरों पर दवाइयां उपलब्ध कराना है। अपने इस योजना को स्वच्छ बनाने के लिए केंद्र सरकार लगातार औषधि केंद्रों का विस्तार करने में जुटी हुई है इस योजना के तहत लोगों को सस्ती दवाइयां मिलेंगे और साथ ही लोगों को रोजगार का मौका भी मिलेगा।

योजना के लाभ

भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना के तहत देश के अलग-अलग हिस्सों में जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे।

इस योजना के तहत देश में रह रहे करीब चलता हुआ मध्यमवर्गीय परिवारों को कम से कम रेट पर दवाइयां उपलब्ध करवाई जाएंगी।

सरकार द्वारा जारी इस योजना के तहत जो लोग दवाइयों से संबंधित अपना बिजनेस खोलने के इच्छुक हैं उन्हें स्वरोजगार का मौका भी मिलेगा।

इन औषधि केंद्रों पर लोगों को 90 फ़ीसदी तक सस्ती जेनेरिक दवाइयां प्रदान की जाएंगी।

इसके साथ ही जन औषधि केंद्र से जिन दवाइयों को बिक्री होगी उस बिक्री पर लगभग 20% का कमीशन मिलेगा।

सरकार द्वारा जारी इस योजना के तहत जन औषधि केंद्र अगर कोई दिव्यांग व्यक्ति खोलता है, तो उस व्यक्ति को सरकार ₹40000 तक की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।

औषधि केंद्र खोलने के लिए पात्रता

सरकार द्वारा जारी इस योजना के तहत और शरीर ठीक केंद्र खोलने के लिए सरकार ने तीन तरह की कैटेगरी बनाई है।

1 – बेरोजगार फार्मासिस्ट, डॉक्टर या रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर
2 – ट्रस्ट, एनजीओ, सोसायटी, हॉस्पिटल व सेल्फ हेल्प ग्रुप
3 – राज्य सरकार की तरफ से 9 मिनट की गई एजेंसी

आपको बता दें कि ऊपर दी गई इन कैटेगरी से संबंधित लोक जन औषधि केंद्र खोलने के लिए अपने आप को नामांकित कर सकते हैं।

यह केंद्र खोलने के लिए आपके पास डिटेल ट्रक सेल्स का लाइसेंस होना जरूरी है।

इस योजना के अंतर्गत औषधि केंद्र खोलने के लिए उम्मीदवार को भारत का ही निवासी होना अनिवार्य है।

औषधि केंद्र खोलने के इच्छुक व्यक्ति के पास 120 स्क्वायर फीट की जगह होना अनिवार्य है।

खर्च

सरकार द्वारा जारी जन औषधि परियोजना के तहत औषधि केंद्र खोलने के लिए उम्मीदवार को शुरुआत में ढाई लाख तक का खर्च लग सकता है। वहीं, जिन व्यक्तियों को सरकार की तरफ से सहमति मिल जाएगी उनका पूरा खर्च सरकार की तरफ से उठाया जाएगा।

आवश्यक दस्तावेज

सरकार द्वारा जारी इस योजना के तहत जन औषधि केंद्र खोलने के लिए आपके पास आधार कार्ड, पैन कार्ड, आपके बैंक की डिटेल, अगर आप दिव्यांग व्यक्ति है तो उससे जुड़े हुए दस्तावेज, हॉस्पिटल या एनजीओ से कोई आवेदन करता है तो संस्था का रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र, सक्षम प्राधिकारी से उपलब्ध बिक्री लाइसेंस, ड्रग लाइसेंस, फार्मासिस्ट का प्रमाण पत्र और पिछले 3 साल का बैंक स्टेटमेंट के साथ बैंक से लोन लेने के लिए लिया हुआ सैंक्शन लेटर होना अनिवार्य है।

आवेदन प्रक्रिया

  • इस योजना के तहत आवेदन करने की इच्छा रखने वाले व्यक्ति को योजना के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन पत्र डाउनलोड करना होगा।
  • योजना के लिए आवेदन शुल्क ₹5000 होगा

इस योजना को उम्मीदवार ऑनलाइन भी रजिस्ट्रेशन करा सकता है। इसके लिए उम्मीदवार को इसके ऑफिशल वेबसाइट के लिंक http://103.74.244.104:9095/registration.aspx पर जाना होगा और डायरेक्ट फॉर्म खोलकर उसमें मांगी हुई सभी जानकारियों को भरकर सबमिट करना होगा। साइट पर जाने के बाद आवेदक के सामने रजिस्ट्रेशन पेज खोलकर आएगा  इस रजिस्ट्रेशन पेज में सारी गाइडलाइंस पढ़ने के बाद अप्लाई ऑनलाइन पर आपको क्लिक करना होगा।

क्लिक करने के बाद आपके सामने एक नया पेज ओपन होगा। इस पेज पर साइन अब करके आईडी तो है पासवर्ड बनाना होगा। इसके बाद आवेदक के सामने एक फॉर्म खुलकर आएगा। जिसमें आवेदक को मांगी हुई सभी जानकारियां सही-सही बनी होंगी। डिटेल्स भरने के बाद आवेदक को मांगे हुए कुछ दस्तावेज अपलोड करने होंगे और फिर सबमिट करना होगा  आवेदक इस साइड से ही अपने आवेदन फॉर्म का स्टेटस चेक कर सकता है।

यह भी पढ़ें: बचपन का प्यार बादशाह के अंदाज में आया सामने, सहदेव को देख नहीं होगा यकीन

Follow Us
Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
%d bloggers like this: