बागेश्वर : भारी बारिश से लोगों में दहशत, भूस्खलन और चट्टान गिरने की संभावना
उत्तराखंड में बारिश रुकने का नाम नही ले रही हैं। इसी के चलते कल बागेश्वर में हुई बहुत भारी बारिश से बास्ती गांव के लोगों में डर का माहौल है। इस गांव में बारिश के कारण आया मलबा और मलबे के साथ आये पेड़ सड़क तक आ गए है।
लोगों में दहशत
अगर घरों और पहाड़ी के बीच सड़क नही होती तो ये मलबा घरों तक भी पहुँच जाता। जिले के SDM ने मौके पर जा कर मुआवना किया। उन्होंने बताया कि तेज़ बारिश से मलबा और पेड़ सड़क तक आ गए है इस कारण आसपास के घरों पर भी खतरा मंडरा रहा है।लोग डरे हुए है।
आसपास के लोगों ने बताया , कि मलबे के कारण कई लोगों की फसलों को नुकसान पहुंचा है। साथ ही सिचाई नहर के क्षतिग्रस्त होने की बात भी सामने आई है। सड़क किनारे एक मकान भी बन रहा है। उसपर भी खतरा बना हुआ है। जिला प्रशासन ने कहा कि जितना हो सकेगा वे उतनी मदद करंगें।
भारी बारिश से बागेश्वर जिले की काफी सड़के भी प्रभावित हुई है। इन सड़कों पर यातायात का आवागमन बंद कर दिया गया है।
सुमनगढ़ में राहत सामग्री दी गई
अभी कुछ दिन पूर्व सुमनगढ़ गांव में भारी बारिश से एक परिवार का घर ध्वस्त हो गया। इसमें पति पत्नी और उनके एक बेटे की दब कर मौत हो गई। अब इस घर में उनके पिता और उनके दो बच्चे जीवित है।
जिन्हें गांव के ही दूसरे घर में रहने की जगह दी गई है। इन सब की मदद की रेड क्रॉस सोसाइटी ने। रेड कोर्स वालो ने गांव में पहुँच कर इस परिवार को राशन सामग्री, पढ़ने की सामग्री , आदि प्रदान किया। साथ ही गांव के अन्य प्रभावित लोगों को कंबल इत्यादि बाँटे।
जिलों में ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग की माने तो अगले दो दिन भी बारिश से राहत मिलने के आसार नही है। कुछ जिलों में बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है। कुछ जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है।
भूस्खलन , चट्टान , बोल्डर्स गिरने जैसी घटनाओं से भी सतर्क रहने को कहा गया है। कुछ इलाकों में बिजली गिरने की संभावना भी जताई जा रही है। लोगों से अपील की गई है कि अगर जरूरी हो तभी बाहर निकले और नदी नालों स दूर रहने की चेतावनी दी गई है।
ये भी पढ़े :- श्री राम की नगरी अयोध्या के इस घाट पर आज भी शांत बहती है सरयू नदी, यहां भगवान राम ने ली थी जलसमाधि