राजद्रोह मामला दर्ज होने के बाद बोले अजीज कुरैशी, मेरा बयान गलत ढंग से किया गया पेश
राजद्रोह का मुकदमा दर्ज होने के बाद सोमवार को पूर्व गवर्नर अजीज कुरैशी ने अपनी प्रतिक्रिया दी हैं। कुरैशी ने कहा कि उनके बयान को गलत ढंग से राजनीतिक रूप से उन्हें नुकसान पहुंचाने के लिए पेश किया गया।
जनता को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है। कुरैशी ने कहा, मैंने यह कहा था कि इतने जुल्म पहले कभी भी नहीं हुए, अब जितने हो रहे हैं। किसी के भी खिलाफ मेरा बयान नहीं था। अब इस मामले में सियासत भी तेज हो गई है।
रामपुर के एएसपी संसार सिंह ने कहा कि एक केस सिविल लाइंस पीएस में दाखिल किया गया है। राजद्रोह के स्तर का बयान देने को लेकर सीएम योगी की सरकार के खिलाफ अजीज कुरैशी पर यह मामला दर्ज किया गया है।
समुदायों के बीच उन पर तनाव भड़काने का आरोप लगा है। इस मामले में पुलिस आगे कानूनी कार्रवाई करेगी। रविवार को यूपी पुलिस ने कुरैशी के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया था।
यह केस यूपी के सीएम योगी सरकार के खिलाफ अपमानजनक बयान को लेकर दर्ज किया गया। यूपी पुलिस ने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ता आकाश सक्सेना की शिकायत पर रामपुर सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में कुरैशी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
पूर्व राज्यपाल पर राजद्रोह की धारा (124A), धर्म, सभी जातियों के बीच द्वेष फैलाने के लिए धारा (153A) तथा राष्ट्रीय एकता व अखंडता के विरोध में बयान देने को लेकर (153B) के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।
जनता के बीच भ्रम व भय फैलाने को लेकर आईपीसी की धारा (505 (1) (B) ) के अंतर्गत भी केस दर्ज किया गया है। यूपी पुलिस के अनुसार शिकायतकर्ता ने कहा है कि पूर्व मंत्री आजम खां के घर अजीज कुरैशी उनकी पत्नी तथा रामपुर विधायक तंजीम फातिमा से मुलाकात करने गए थे।
सीएम योगी की सरकार की तुलना उन्होंने वहां “शैतान व खून चूसने वाले” से की थी। अपनी शिकायत में सक्सेना ने कहा है कि दो समुदायों के बीच कुरैशी का विवादित बयान तनाव व दंगा भी भड़क सकता है।