
बीजेपी नेत्री पर अश्लील टिप्पणी मामले में आजम-अब्दुल्ला की फिर बढ़ेंगी मुश्किलें, तय होंगे आरोप
बीजेपी नेत्री जयाप्रदा पर एक सार्वजनिक समारोह में अश्लील टिप्पणी की गई थी। यह सार्वजनिक समारोह रामपुर सीट से आजम खां की जीत की खुशी में आयोजित किया गया था।
मुरादाबाद : यूपी के रामपुर जिले से सपा के सांसद मोहम्मद आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला की मुश्किलें फिर से एक बार बढ़ गई हैं। बीजेपी नेता जयाप्रदा पर अश्लील टिप्पणी केस में विशेष कोर्ट ने दोनों की डिस्चार्ज एप्लीकेशन को खारिज कर दिया है।
अब अगली डेट पर पिता-पुत्र के खिलाफ आरोप तय किए जाएंगे। शुक्रवार को मुरादाबाद की विशेष MP-MLA कोर्ट के जज पुनीत गुप्ता ने बहस के बाद मो.अजाम-अब्दुल्ला की डिस्चार्ज एप्लीकेशन को खारिज कर दिया हैं।
बीजेपी नेत्री व रामपुर की पूर्व सांसद जयाप्रदा पर एक सार्वजनिक समारोह में अश्लील टिप्पणी की गई थी। यह सार्वजनिक समारोह रामपुर सीट से आजम खां की जीत की खुशी में आयोजित किया गया था। जिसमें मुरादाबाद के एमपी डा. हसन, रामपुर एमपी आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम ने बीजेपी नेत्री जयाप्रदा को लेकर अभद्र टिप्पणियां की थीं।
जिसका ऑडियो वायरल हुआ तो थाना कटघर में रामपुर व मुरादाबाद एमपी समेत समाजवादी पार्टी के नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। मामले की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है।
इस पूरे प्रकरण में क्राइम ब्रांच MP-MLA की स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। आजम-अब्दुल्ला के खिलाफ दाखिल चार्जशीट को लेकर बचाव पक्ष ने डिस्चार्ज एप्लीकेशन दाखिल की थी। जिसको कोर्ट ने खारिज कर दिया हैं।
अपर जिला शासकीय वकील मुनीश भटनागर और विशेष लोक अभियोजक मोहन लाल विश्नोई के अनुसार अदालत में डिस्चार्ज एप्लीकेशन पर सुनवाई हुई। काफी देर तक लंबी बहस हुई।
अभियोजन और बचाव पक्ष ने कोर्ट के सामने अपने-अपने तर्क दिए। दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने समाजवादी पार्टी के सांसद और उनके बेटे के प्रार्थना पत्र को खारिज कर दिया। अब अगली तारीख पर सपा नेताओं पर चार्ज फ्रेम होंगे।
यह भी पढ़ें: किन्नौर : लगातार गिर रहे पत्थरों से बचाव कार्य प्रभावित , अब तक मिले 23 शव