
अयोध्या: गीता का आरंभ धर्म से तथा अंत कर्म से होता है- नृत्य गोपालदास
वाल्मीकि रामायण भवन में हजारों की संख्या में उपस्थित वैदिक विद्वान, व्हाट को और संत धर्माचार्य
अयोध्या: भगवान प्रभु श्री राम तीर्थ स्थल अयोध्या के तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अध्यक्ष मणिराम दास छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास महाराज ने आज रामायण भवन में गीता जयंती के अवसर पर कहा कि गीता सिर्फ हिंदू धर्म का मार्ग दर्शन ही नहीं करती बल्कि संपूर्ण मानव जाति को ज्ञान देती है। गोपाल दास ने कहा कि गीता भारती संस्कृत की आधारशिला के साथ-साथ हिंदू शास्त्रों में गीता का सर्व प्रथम स्थान है।
गौरतलब है कि वाल्मीकि रामायण भवन में हजारों की संख्या में उपस्थित वैदिक विद्वान, व्हाट को और संत धर्माचार्य का एक साथ स्वस्थ पाठ किया गया। गोपाल दास ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिया गया उपदेश गीता में लिखा गया है जो मनुष्य जीवन के लिए एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है। गीता का आरंभ धर्म से तथा अंत कर्म से होता है।
गौरतलब है कि गोपाल दास ने कहा कि महाभारत युग में जो कुछ घटित होता है उसके आधार पर कहा जाता है कि तत्कालीन समाज में मानवीय व्यवहार के अधिकांश मानव दोस्त हो चले थे।