
विधानसभा चुनाव 2022 : कानपुर में भाजपा ने बूथ समितियों में सर्वसमाज को जोड़ने की शुरू की मुहीम
विधानसभा चुनाव 2022 : भारतीय जनता पार्टी 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी बूथ समितियों को मजबूत करने के काम में जुट गई है। बूथ समितियों के वेरिफिकेशन के वक्त यह भी देखना होगा कि एक ही परिवार के कहीं कई सदस्य तो समिति में नहीं शामिल हो गए।
इसके साथ ही समिति द्वारा बूथ में रहने वाले समाज के सभी लोगों को प्रतिनिधित्व का दायित्व दिया गया है या फिर नहीं, सत्यापन के समय यह भी देखना होगा।
बीजेपी की बूथ समितियों को मजबूत करने के काम को शुरू करने जा रही है। यह अभियान पहले 23 अगस्त से चलाया जाना था परंतु पूर्व सीएम कल्याण सिंह के निधन के बाद इसे टाला दिया गया है। 21 सदस्यों को पार्टी की बूथ समिति में शामिल किया गया हैं। सत्यापन अधिकारी को इन सदस्यों के बारे में सही से जानकारी देनी होगी।
सत्यापन अधिकारी को इसके लिए बूथ समितियों के नाम भी दिए जा रहे हैं। सत्यापन करने के लिए शक्ति केंद्र प्रमुख, शक्ति केंद्र प्रभारी के साथ पहुंचने वाले सत्यापन अधिकारी को यह देखना होगा कि समिति के सभी सदस्य एक ही परिवार से हैं या अलग अलग।
किसी समिति में कही एक ही परिवार के सदस्यों को तो नहीं शामिल नहीं किया गया। इसके द्वारा समिति में अधिक से अधिक परिवार के लोगों को शामिल करना इसका मकसद है। सर्व समाज को जोड़ने की तैयारी भीइसके साथ ही की जा रही है। किस किस समाज के लोग बूथ के क्षेत्र में रह रहे हैं।
सभी समाज के लोगों का बूथ समिति में प्रतिनिधित्व है या फिर नहीं, इसकी भी जांच को किया जाएगा। ऐसा अगर नहीं होगा तो जिस समाज के लोगों को नहीं शामिल किया गया होगा, इसमें उन्हें जोड़ा जाएगा। इसके पीछे मकसद यह है कि इसका लाभ इन्हे बूथ पर वोट डलवाने के वक्त मिल सके।