26 जनवरी परेड में अलग-अलग वर्दियों में मार्च करते नजर आएंगे सेना के जवान, जानिए क्यों लिया गया ये फैसला ?
इस हार गणतंत्र दिवस के मौके पर भारतीय सेना के जवान 1950 से लेकर आज तक गणतंत्र दिवस परेड के दौरान सेना द्वारा पहनी जाने वाली विभिन्न वर्दीयों में मार्च करते हुए दिखाई देंगे।
मीडियी रिपोर्ट्स के अनुसार सेना की नई लड़ाकू वर्दी के अलावा सैनिक 1950, 1960 और 1970 के दशक में पहनी जाने वाली पहली वर्दी भी पहनेंगे। साथ ही इन अलग-अलग वर्दीयों को पहने सेना के छह मार्चिंग दस्ते भाग लेंगे और उस जमाने के विभिन्न हथियारों का प्रदर्शन किया जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक राजपूत रेजीमेंट के जवान 1950 से वर्दी पहनकर 303 राइफल के साथ मार्च करेंगे। जबकि असम रेजीमेंट के जवान 1960 से 303 राइफलों के साथ वर्दी पहनेंगे।
वहीं जम्मू और कश्मीर लाइट इन्फैंट्री (JAKLI) के सैनिक 1970 से वर्दी पहनेंगे और 7.62 मिमी राइफल ले जाएंगे। जबकि सिख लाइट इन्फैंट्री (SIKHLI) के सैनिक और सेना के आयुध INSAS राइफलों के साथ नई लड़ाकू वर्दी में मार्च करेंगे।
पैराशूट रेजीमेंट के सैनिक टवोर राइफल के साथ सेना दिवस परेड 2022 में जारी की गई नई लड़ाकू वर्दी को पहने हुए दिखाई देंगे।गणतंत्र दिवस परेड में सेना के छह, नौसेना और वायु सेना के एक-एक, चार केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, दिल्ली पुलिस के दो, राष्ट्रीय कैडेट कोर के दो और एक NSS सहित कुल 16 मार्चिंग दल भाग लेंगे।