नवचयनित अधिकारियों को नियुक्ति पत्र: सीएम योगी बोले- छह वर्षों में साढ़े पांच लाख से ज्यादा युवाओं को दी नौकरी
मुख्यमंत्री योगी ने लोक सेवा आयोग द्वारा विभिन्न विभागों के नवचयनित अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरण एवं ई-अधियाचन पोर्टल का किया उद्घाटन
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारी सरकार ने पूरी निष्पक्षता एवं पारदर्शिता के साथ पिछले छह वर्षों में साढ़े पांच लाख से ज्यादा युवाओं को नौकरी दी है। मुख्यमंत्री अभ्युदय कोचिंग योजना से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में 43 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। प्रदेश में एक तरफ जहां शासकीय सेवाओं में नियुक्ति प्रक्रिया चलाई जा रही है, वहीं दूसरी तरफ निजी क्षेत्र में भी नौजवानों को रोजगार के अवसर भी मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मिशन रोजगार युवाओं के सपने को उड़ान देने वाला है।
सीएम योगी गुरुवार को लोकभवन में आयोजित लोक सेवा आयोग द्वारा विभिन्न विभागों के नवचयनित अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरण एवं ई-अधियाचन पोर्टल का उद्धघाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने लगभग 500 नवचयनित युवा अधिकारियों को नवरात्रि के शुभ अवसर पर नियुक्ति पत्र मिलने पर राज्य शासन की ओर से शुभकामनाएं एवं बधाई दी। सीएम योगी ने कहा कि 6 वर्षों में उत्तर प्रदेश ने एक नई छलांग लगाई है। छह वर्ष पहले इन्हीं नौजवानों के सामने पहचान का संकट था। अब इन युवाओं को देश के किसी भी राज्य में अपने राज्य के बारे में बताने से कोई हिचक नहीं होती।
आज बदल गई है यूपी की तस्वीर, गांव–शहर और हर क्षेत्र में आ रहा नजर
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ये वही राज्य है, जहां विकास के कार्यों में माफिया हावी होते थे। नियुक्ति और ट्रांसफर प्रक्रिया ताश के पत्तों की तरह फेंटी जाती थी। ये वही प्रदेश है जहां हर तीसरे दिन दंगा होता था। निवेश नहीं आता था। निवेशक अपने संस्थान बंद करके जाने लगे थे। कोई नहीं मानता था कि उत्तर प्रदेश कभी सुधरेगा, लेकिन आज तस्वीर बदली है। अब गांव और शहर हर क्षेत्र में बदलाव देखने को मिल रहा है। युवा शक्ति जो पलायन करने पर मजबूर थी, आज जब उन्हें अपने प्रदेश में सम्मान मिल रहा है तो बदली हुई तस्वीर हम सबके सामने है।
सीएम योगी ने कहा कि पिछले छह वर्षों में हमारी सरकार ने एक करोड़ 61 लाख से ज्यादा युवाओं को रोजगार देने में सफल रही है। 60 लाख से ज्यादा युवा उद्यमियों को अपना स्टार्टअप,अपना काम शुरु करने के लिए सहायता प्रदान की गई है। आज वो बहुत अच्छे ढंग से अपना कार्य कर रहे हैं। उन्होंने चयनित अभ्यर्थियों से सरकार की अपेक्षा के बारे में बताते हुए कहा कि इसका ध्यान रखें कि जनता को आप के कार्यों का लाभ मिले। हमको जनसुनवाई के लिए तैयार होना होगा। सरकारी सेवा के आने वाले दस वर्ष आपके कार्यों का आधार साबित होंगे। इन वर्षों में आप अपना व्यवहार जन भावनाओं के अनुरूप बनाएंगे तो सरकारी सेवा का भवन उतना ही मजबूत होगा।
अभ्यर्थी बोले- निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया से हुआ चयन
ललितपुर की रहने वाली स्टांप और पंजीयन विभाग के उप निबंधक के तौर पर नियुक्ति पाने वाली अभिलाषा सिंह ने परीक्षा से लेकर चयन तक अपनाई गई पारदर्शिता पर सीएम योगी और आयोग को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मैं अपना कार्य पूर्ण मनोयोग से करते हुए जनता को सुविधा उपलब्ध कराते हुए राजस्व वृद्धि में प्रयत्न करूंगी।
खगरिया बिहार के रहने वाले ग्राम्य विकास विभाग में खंड विकास अधिकारी के तौर पर नियुक्त हुए मोहम्मद आसिफ़ अखलाक ने कहा कि मैं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सिद्धांत अंत्योदय से सर्वोदय पर चलते हुए सतत विकास की दिशा में अपना योगदान दूंगा। उन्होंने कहा कि खंड विकास अधिकारी के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को आत्मसात करते हुए आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के लक्ष्य को ध्यान में रखकर कार्य करूंगा।
गाजीपुर की रहने वाली राजस्व विभाग में नायब तहसीलदार के तौर पर नियुक्त हुई पुष्पा यादव ने कहा कि हमारा चयन पूर्ण रूप से समयबद्ध, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से हुआ है। इसके लिए उन्होंने सीएम योगी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि नायब तहसीलदार के पद पर रहते हुए भू अभिलेखों का रखरखाव एवं भू संबंधी विवादों का निस्तारण मैं पूरी ईमानदारी से करने का प्रयत्न करूंगी।
कार्यक्रम में इनकी रही मौजूदगी
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह, लोक निर्माण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद और औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी, नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा, स्टांप एवं पंजीयन मंत्री रविंद्र जायसवाल, करागर प्रशासन एवं सुधार मंत्री धर्मवीर प्रजापति, करागर प्रशासन एवं सुधार के राज्य मंत्री सुरेश राही, औद्योगिक विकास के राज्य मंत्री यशवंत सैनी, नगर विकास के राज्य मंत्री राकेश राठौर, जल शक्ति के राज्य मंत्री रामकेश निषाद, ग्राम्य विकास की राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम मौजूद थीं।