कोरोना के साथ ही शहर में डेंगू ने भी पसारा पांव, 10 दिन के अंदर मिले 21 डेंगू के मरीज
डेंगू के केस दो सालों से नहीं आए हैं। जिसके कारण शहरी क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की मलेरिया इकाई द्वारा एंटी लार्वा का छिड़काव नहीं कराया गया और फागिंग भी नही कराई गई। मच्छरों का प्रकोप बारिश के साथ ही बढऩे लगा है।
कानपुर। देश में कोरोना का खतरा अभी कम नहीं है। बारिश के साथ ही इस बीच डेंगू ने भी शहर में अपने पांव पसारना शुरू कर दिए है। पिछले 10 दिनों के अंदर डेंगू के 21 मरीजों की पहचान हुई है। एलएलआर अस्पताल में चार उर्सला में दो संक्रमित भर्ती किए हुए हैं। 15 डेंगू पीडि़तों का इलाज प्राइवेट हॉस्पिटल में चालू है। मेडिकल कालेज की उप प्राचार्य प्रो. रिचा गिरि ने कहा कि डेंगू के लक्षण वाले मरीज ओपीडी में भी आने लगे हैं।
जांच के लिए उन्हेंं माइक्रोबायोलाजी डिपार्टमेंट भेजा जा रहा है। मेडिसिन वार्ड में चार संक्रमितों को भर्ती किया गया हैं। ज्यादातर में कम प्लेटलेट्स काउंट मिले हैं। उर्सला के चिकित्सा अधीक्षक डा. एके सिंह ने कहा कि प्राइवेट लैब में डेंगू के दो मरीज भर्ती किए गए हैं।
डेंगू के केस दो सालों से नहीं आए हैं। जिसके कारण शहरी क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की मलेरिया इकाई द्वारा एंटी लार्वा का छिड़काव नहीं कराया गया और फागिंग भी नही कराई गई। मच्छरों का प्रकोप बारिश के साथ ही बढऩे लगा है।
डेंगू से करे बचाव
- गमलों में,छत पर पुराने टायर में पानी भरने न दें।
- घर के आसपास जलभराव न होने दे ऐसा होने पर मोबिल आयल का छिड़काव करे।
- बच्चों को फुल कपड़े पहनाने चाहिए।
- मच्छरदानी का प्रयोग करें।
- बुखार होने पर पैरासिटामाल टेबलेट लें।
- किसी अन्य प्रकार की दर्द निवारक दवा न खाए।
प्रदेश में चिकुनगुनिया के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है। प्राइवेट लैब अगर कोई डेंगू की जांच कराए और संक्रमित मिलने पर स्वास्थ्य विभाग को उसकी सूचना जरूर दें। प्राइवेट अस्पताल भी भर्ती होने वाले सभी मरीजों की सूचना को फार्मेट में भर दें। ऐसा न करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। – डा. नैपाल सिंह, सीएमओ
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