अखिलेश यादव ने ‘सामाजिक न्याय यात्रा’ को दिखाई हरी झंडी, जानिए मकसद
लखनऊ: 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियों में समाजवादी पार्टी जी-जान से जुटी हुई है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लगातार विभिन्न सम्मेलनों के माध्यम से पार्टी के कार्यकर्ताओं को मूल मंत्र दे रहे हैं और जनता के बीच जाकर संपर्क साध रहे हैं। इसी कड़ी में अखिलेश यादव ने आज लखनऊ से सामाजिक न्याय यात्रा की शुरुआत की है।
अखिलेश यादव ने हरी झंडी दिखाकर सामाजिक न्याय यात्रा को रवाना किया है। बता दें कि यह यात्रा नौ दिनों में अलग-अलग जिलों से होकर निकलेगी। 25 नवंबर को बिजनौर में यात्रा का समापन होगा। लोकसभा चुनाव से पहले जातिगत जनगणना की आवाज को बुलंद करने के लिए सपा ने इस यात्रा की शुरुआत की है। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश में जातिगत जनगणना की आवाज को बुलंद करने के साथ ही लोकतंत्र बचाओ-संविधान बचाओ की आवाज बुलंद करते हुये सपा ने सामाजिक न्याय यात्रा की शुरुआत की है।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बताया कि, लखनऊ से शुरू हुई ये यात्रा 25 नवंबर को पश्चिम यूपी के बिजनौर में समाप्त होगी। इस दौरान ये 9 दिवसीय यात्रा अलग अलग जिलों से होकर गुजरेगी। सपा के नेता और कार्यकर्ता जातीय–जनगणना समेत अन्य मुद्दों पर लोगों से संवाद करेंगे। यात्रा को रवाना करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार में हर कोई परेशान है। सरकार की नीतियों और नीयत ये युवा, किसान, अल्पसंख्यक, पिछड़े और महिलाएं परेशान हैं और वे सभी सपा के साथ हैं। बीजेपी जनहित के मुद्दों पर बात नहीं करना चाहती।