अखिलेश ने भाजपा पर बोला हमला, कहा- बहन- बेटियों पर बढ़ा अत्याचार
भाजपा सरकार बहन बेटियों की सुरक्षा में पूरी तरह विफल है। सत्ता संरक्षित अपराधियों के हौसले बुलंद है। उन्हें किसी का खौफ नहीं रह
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा राज में महिलाओं और बच्चियों का जीवन सर्वाधिक असुरक्षित है। कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब प्रदेश के किसी जिले में दुष्कर्म, अपहरण, लूट और हत्या की घटनाएं न होती हों। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी लाख सुरक्षा और कड़ी कार्यवाही के बयान जारी करते रहें, नौकरशाही पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। खासकर, बीजेपी सरकार में दलित और वंचित वर्ग की बेटियों पर अत्याचार बढ़ता ही जा रहा है।
सपा सुप्रीमो ने कहा कि बीते दिनों मथुरा में दुष्कर्म की घटना से सहमी हुई दलित युवती ने कुएं में कूदकर जान देने की कोशिश की। लखनऊ के नगराम में बीए की एक छात्रा की हत्या कर दी गई। लखनऊ के पीजीआइ इलाके में युवती से सामूहिक दुष्कर्म की घटना विचलित करने वाली है। युवती साउथ सिटी स्थित शेल्टर होम से सोमवार शाम घूमने निकली थी, उसको बंधक बनाकर तीन लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया।
kanya utthan yojna 2022: घर में बेटी है तो मिलेंगे 50 हज़ार रुपए, जानिए इस सरकारी स्कीम के बारे में
सीएम योगी से पूछा सवाल
उन्होंने आगे कहा, पांच दिन पहले बागपत में ट्यूशन से लौटते वक्त एक बच्ची का अपहरण हो गया उसके 10 मिनट बाद ही उसका कत्ल हो गया। बच्ची सात साल की थी। यह हृदयविदारक घटना है। भाजपा सरकार बहन बेटियों की सुरक्षा में पूरी तरह विफल है। सत्ता संरक्षित अपराधियों के हौसले बुलंद है। उन्हें किसी का खौफ नहीं रह गया है। मुख्यमंत्री जी कब बहन बेटियों की सुरक्षा के प्रति संवेदनशील होंगे?
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में बहन बेटियों की तत्काल सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक व्यवस्था 1090 वूमेन पावर लाइन और अपराध नियंत्रण के लिए यूपी डायल 100 एंबुलेंस पुलिस सेवा शुरू की गई थी। बीजेपी सरकार ने इन सभी योजनाओं को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। पुलिस सेवा यूपी डायल 100 को 112 बनाकर इसको निष्प्रभावी बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की अपराध नियंत्रण में कोई रुचि नहीं है। भाजपा के विधायक ही दबंगई दिखाते और पुलिस थानों में जाकर रौब जमाते हैं। अपराधी तत्व निश्चिंत होकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है।