
लखनऊ: देश में अगले 1 महीने के बाद होने वाली राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अभी से सरगर्मियां तेज होने लगी। इसी बीच उत्तर प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी ने बड़ी घोषणा की है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घोषणा की है कि राष्ट्रपति चुनाव में गैर कांग्रेसी और गैर भाजपाई प्रत्याशियों का उनकी पार्टी समर्थन करेगी। अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी देश के प्रथम नागरिक के चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के किसी भी प्रत्याशी का समर्थन नहीं करेगी।
आपको बता दें कि राष्ट्रपति का चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से होता है इसमें जनता सीधे हिस्सा नहीं लेती है बल्कि जनप्रतिनिधि अपना मत देकर देश के राष्ट्रपति का चयन करते हैं। राष्ट्रपति का चुनाव इलेक्ट्रो कॉलेज के नियमों के तहत होता है इसमें एकल संक्रमणीय मत पद्धति अपनाते हुए संसद के दोनों सदनों और राज्य विधानसभा के सभी निर्वाचित सदस्य हिस्सा लेते हैं।
आपको बता दें कि वर्तमान में सपा की विधायकों की संख्या 111 है जबकि संसद में समाजवादी पार्टी के कुल 5 सदस्य हैं बता दें कि साल 2017 में जब राष्ट्रपति का चुनाव होना था तब भी सपा सुप्रीमो ने ऐसा ही बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति चुना गया उसे दौरान अखिलेश ने कहा था कि सपा धर्मनिरपेक्ष मोर्चे का साथ देगी। लेकिन इस बार अखिलेश यादव कार्रवाई आप कुछ अलग है इसी के चलते उन्होंने कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशी का समर्थन ना करने की बात कही है।