विधानसभा चुनाव से पहले अकाली दल ने बसपा के साथ किया गठबंधन
शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने पंजाब में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी (BSP) के साथ एक समझौता किया है। पंजाब के मुख्यमंत्री
शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने पंजाब में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी (BSP) के साथ एक समझौता किया है। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शिरोमणि अकाली दल पर चुनाव से कुछ महीने पहले बसपा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। चन्नी का कहना है कि अकाली दल अपने राजनीतिक खेल में बसपा को मोहरे की तरह इस्तेमाल कर रहा है। चन्नी का कहना है कि अकाली दल पहले ही बस को धोखा दे चुका है। पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा, “शिरोमणि अकाली ने 1996 में बसपा के साथ गठबंधन किया था, लेकिन अगले ही साल उन्होंने बसपा को धोखा दिया और बीजेपी से हाथ मिला लिया।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा द्वारा धोखा दिए जाने के बाद अकाली दल को फिर बसपा की याद आई। चन्नी ने कहा कि अकाली दल एक बार फिर धोखाधड़ी की राजनीति में लिप्त है और उसने बसपा को होशियारपुर और पठानकोट जैसी सीटें दी हैं, जहां से वह कभी नहीं जीती।
अकाली पर बीजेपी से मिलने का आरोप
कहीं तो चरणजीत सिंह चन्नी ने अकाली दल पर अब भी भाजपा के साथ गठजोड़ करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अकाली अब भी गुपचुप तरीके से बीजेपी का हाथ थामे हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने बहुजन समाज से कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की अपील करते हुए कहा कि पंजाब में अब बहुजन समाज सत्ता में है। अकाली दल ने तीन कृषि कानूनों के मुद्दे पर भाजपा के साथ अपना गठबंधन तोड़ने का फैसला किया था। हालांकि अकाली दल ने अकेले जाने के बजाय बस से हाथ मिलाना पसंद किया।