
अग्निपथ योजना : प्रदर्शनकारियों के गुस्से से जल रहा बिहार, ट्रेनें के साथ जला दिया गया बीजेपी का दफ्तर
बिहार : केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ उठी विरोध की चिंगारी वैसे तो पूरे देश में दिखाई दे रही है, लेकिन इसकी लपट बिहार में सबसे तेज है। जहां अलग-अलग हिस्सों में अब तक प्रदर्शनकारियों ने 6 ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया है, वहीं कई सरकारी दफ्तरों पर भी उग्र प्रदर्शन देखने को मिला है। राजधानी पटना सहित कुल 22 जिलो में विरोध की आग रफ्तार पकड़ रही है। लखसराय और समस्तीपुर में दो-दो जबकि आरा और सुपौल में एक-एक ट्रेन को आग हवाले किया जा चुका है। वही प्रदर्शनकारियों ने कई जहगों पर रेलवे ट्रैक पर भी आगजनी की है।
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आगजनी कर रहे प्रदर्शनकारी सासाराम में टोल प्लाजा में घुसकर पहले तोड़फोड़ की, इसके बाद टोल प्लाजा में आग लगा दी। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प भी देखने को मिली, जहां प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस को फायरिंग तक करनी पड़ी। आरा में सड़क पर आगजनी, बेंतिया में यात्रियों को ट्रेन से उतारकर मारपीट और जगह-जगह पुलिस पर पथराव। प्रदर्शनकारियों ने बिहार की डिप्टी रेणु देवी के आवास पर भी हमला किया।
प्रदर्शनकारियों के हिंसक प्रदर्शन के चलते कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा, वहीं आनन-फानन में रेलवे को कई ट्रेनों को रोकना पड़ गया। सुबह 6 बजे से ही ट्रैक पर डटे प्रदर्शनकारियों ने वैशाली के हाजीपुर रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ की, वहीं जम्मूतवी बिहार संपर्कक्रांति में आग लगा दी।
बिहार के 22 जिलों जल रही विरोध की आग
सरकार की मंशा थी अग्निपथ से देश के 10 लाख युवाओं को देश की रक्षा व्यवस्था से जोड़कर उन्हे जिंदगी भर के लिए अग्निवीर की पहचान देना, लेकिन इसकी घोषणा होते ही देश भर में आगजनी शुरू हो गई। बिहार के 22 जिलों में कहीं आगजनी कहीं तोड़फोड़, तो कहीं हिंसक प्रदर्शन चल रहा है। बक्सर, भोजपुर, मुंगेर, समस्तीपुर , लखसराय, नालंदा, अरवल, जहानाबाद,पटना, बिहटा बेगुसराय, वैशाली,औरंगाबाद, सुपौल, खगड़िया, जमुई, रोहतास, नावादा, सीतामढ़ी, बेतिया, बगहा, और मधेपुरा में जमकर प्रदर्शन देखने को मिल रहा है।
कहीं ट्रेन में आग तो कहीं बीजेपी ऑफिस पर हमला
प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने समस्तीपुर में 2 ट्रेनों को आग लगा दी। जहां जम्मूतवी-गुवाहाटी एक्सप्रेस की दो बोगिया जलकर खाक हो गईं। वहीं बिहारा संपर्क क्रांति को में आगजनी की गई। इसके साथ ही बगहा में प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी कार्यालय पर भी हमला बोला जहां बगहा 2 प्रखंड के कैलाशनगर नारायणपुर में बीजेपी कार्यालय में घुसकर तोड़फोड़ की। आरा में प्रदर्शनाकरियों ने पैसेंजर ट्रेन को आग के हवाले कर दिया, इसके बाद केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए स्टेशन के भीतर तोड़फोड़ की।
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आरजेडी ने किया बिहार बंद का ऐलान
केंद्र सरकार की नई स्कीम अग्निपथ के खिलाफ आरजेडी की तरफ से शनिवार को बिहार बंद का ऐलान किया गया है। केंद्र की सेना भर्ती में अनुबंध प्रणाली लाने वाली अग्निपथ स्कीम को तुरंत वापस लेने की मांग तेज है। एक तरफ जहां बिहार के छात्र-युवा संगठन आइसा-इनौस, रोजगार संघर्ष संयुक्त मोर्चा और सेना भर्ती जवान मोर्चा ने मोर्चा खोल दिया है, तो वहीं इन संगठनों ने केंद्र सरकार को 72 घण्टे का अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि यदि सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ और युवाओं का मजाक उड़ाने वाली इस योजना को वापस नहीं लेती, तो 18 जून को बिहार बन्द और फिर भारत बंद की ओर बढ़ेंगे।
गिरिराज सिंह ने बताया विरोधी दलों की साजिश
अग्निपथ को लेकर पूरे बिहार में चल रहे हिंसक प्रदर्शन को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होने इस हिंसक प्रदर्शन के लिए राजनीतिक दल आरजेडी को जिम्मेदार ठहराया है। गिरिराज सिंह प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रदर्शन में शामिल गैर छात्रों की पहचान करना बेहद जरूरी है क्यों इस प्रदर्शन की आड़ में प्रदेश के युवाओं का राजनैतिक इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होने आरोप लगाया कि प्रदर्शन कर रहे छात्रों के बीच आरजेडी के गुंडे भी शामिल हैं। उन्होंकने कहा कि यदि हम आर्मी में चार में से एक को लेंगे तो अन्य तीन लोग अगले चार साल में नौकरी के लिए पूरी तरह से तैयार होंगे। इसके साथ ही गिरिराज सिंह ने राज्य की सरकारों से आग्रह किया कि दंगों में गैर-विद्यार्थियों जल्द से जल्द पहचान की जाए ताकि जिम्मे्दारी तय की जा सके।