![तालिबानी लड़ाकों](/wp-content/uploads/2021/08/afghanistan_1629262280.webp)
तालिबानी लड़ाकों के सामने डटी रहीं अफगानी महिलाएं, तख्तियां लहरा कर किया विरोध
अफगानिस्तान के हालत पूरी दुनिया के सामने हैं। वहां के स्थानीय लोग जितनी जल्दी हो सके अपने देश को छोड़कर कहीं और जाना चाहते हैं। देश के राष्ट्रपति ने भी तालिबानी लड़ाकों के डर से अपना मुल्क छोड़ दिया। तालिबान के अफगानिस्तान के कब्जा कर लेने के बाद से हजारों अफगानी नागरिक देश छोड़कर भाग रहे हैं। तालिबान के शासन से सबसे ज्यादा डर महिलाओं को हैं। लेकिन अफगानी महिलाओं ने अभी हिम्मत नहीं हारी है।
एक ओर लोग अपनी जान की बाजी लगाकर देश को छोड़ रहे हैं। वहीं कई महिलाएं बिना डरे तालिबानी लड़ाकों का सामना कर रही हैं। तालिबान के शासन में सबसे ज्यादा डर महिलाओं को ही है, क्योंकि इतने सालों में बड़ी मुश्किल से मिले अधिकार भी उनसे छीने जा सकते हैं। कुछ बहादुर महिलाएं अपने अधिकारों के लिए विरोध प्रदर्शन करती नजर आ रही हैं।
ईरानी पत्रकार मसीह अलीनेजाद ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें चार अफगानी महिलाओं को तालिबान लड़ाकों से घिरे हुए काबुल की एक सड़क पर कुछ पोस्टर पकड़े देखा जा सकता है, जो उन्होंने अपने ही हाथों से बनाए हैं। वीडियो में महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा, काम करने का अधिकार, शिक्षा का अधिकार और राजनीतिक भागीदारी के अधिकार सहित अपने अधिकारों की मांग करते हुए सुना जा सकता है।
वीडियो में यह कहते हुए सुना जा सकता, “सालों में हमारी सभी उपलब्धियों और हमारे मूल अधिकारों से समझौता नहीं किया जाना चाहिए।” वहीं तालिबान के कब्जे के बाद से न्यूज चैनलों पर महिला एंकरों का हटा दिया गया है। अब उनकी जगह तालिबानी एंकर नजर आ रहे हैं।
बता दें कि काबुल पर तालिबान द्वारा कब्जा किए जाने के बाद कई महिलाएं सुरक्षा के डर से अफगानिस्तान से भाग गईं। खबरों की मानें तो तालिबान ने पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उसने महिलाओं से लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदायों की चिंताओं पर अपना पक्ष रखा है। तालिबान ने मंगलवार को इस्लामी कानून के तहत महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करने का वादा किया है।
These brave women took to the streets in Kabul to protest against Taliban. They simplify asking for their rights, the right to work, the right for education and the right to political participation.The right to live in a safe society. I hope more women and men join them. pic.twitter.com/pK7OnF2wm2
— Masih Alinejad 🏳️ (@AlinejadMasih) August 17, 2021